फारबिसगंज: स्थानीय श्री रानी सरस्वती विद्या मंदिर के सभागार में ‘संस्कृति बोध परियोजना’ पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम संपन्न हुआ. कार्यक्रम में लोक शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सचिव रामलाल सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक सच्चिदानंद मेहता, डा आरके झा, डा प्रशांत कुमार, डा भरत कुमार, डा हर्ष एवं संस्कृति बोध परियोजना के क्षेत्र सह प्रमुख आशुतोष मिश्र ने संयुक्त रूप से इस पुस्तक माला को विमोचित किया. इस अवसर पर लोक शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सचिव रामलाल सिंह ने प्रस्तावना उद्बोधन में कहा कि समाज में सबसे पीछे की पंक्ति में खड़े लोगों की चिंता करना हमारा पावन दायित्व है. विद्या भारती शिक्षा के माध्यम से भारत को परम वैभव पर ले जाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है. संस्कृति बोध परियोजना के माध्यम से छात्रों को भारतीय संस्कृति, धर्म, इतिहास, पर्वों, तीर्थस्थलों, पवित्र नदियों-पर्वतों एवं राष्ट्रीय महापुरुषों की जानकारी अत्यंत रोचक एवं सहज रूप में प्राप्त हो जाती है.

संस्कृति बोध परियोजना को लेकर उत्तर बिहार प्रांत में महा अभियान चलाया जाएगा. भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार को लेकर विद्या भारती के कार्यकर्ता आगामी 16 जुलाई से लेकर 15 अगस्त तक भारतीय संस्कृति साहित्य को जन-जन तक पहुंचाएंगे. इस अवसर पर डा प्रशांत कुमार ने कहा कि संस्कारयुक्त व्यक्ति निर्माण करना विद्या भारती का लक्ष्य है. डा आरके झा ने कहा पीड़ित मानवता की सेवा करना ईश्वर की सेवा है, इसके लिए हम संकल्पित है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संचालक सच्चिदानंद मेहता ने कहा कि राष्ट्रीयता की भावना के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सेवा कार्य चलाना संघ का प्रमुख कार्य है, जिसे सहयोग देने की आवश्यकता है. धन्यवाद ज्ञापन प्रांत सेवा प्रमुख प्रमोद ठाकुर ने दिया. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा कार्य को प्राथमिकता देना आवश्यक है. क्योंकि वहां अभाव ही अभाव है. इस अवसर पर प्रांत के परीक्षा प्रमुख डा धीरेंद्र झा, प्रांत पूर्णकालिक ललित कुमार राय, धरणिकांत पांडेय, राजेश रंजन, अनिल कुमार राम, रमेश चंद्र शुक्ल, रंजीत भारती समेत उत्तर बिहार प्रांत के विभिन्न विषयों के प्रश्न पत्र निर्माण में लगे कार्यकर्ता बंधु, भगिनी उपस्थित रहे.