हसपुरा(बिहार): 'जनवादी लेखक संघ' औरंगाबाद के तत्वावधान में श्रवण कुमार बी एड कालेज, कनाप फतेगंज के सभागार में कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द की जयंती का आयोजन किया गया। विषय था ' बदलते सामाजिक परिदृश्य और प्रेमचन्द '। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरिफ रिजवी प्रो.अलखदेव प्रसाद अचल व विपिन कुमार ने की । सबसे पहले अतिथियों ने कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द की तस्वीर पर माल्यार्पण किया कर उनको श्रद्धांजलि दी। तत्पश्चात वक्ताओं ने प्रेमचंद के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार प्रकट किए।
सेमिनार का विषय प्रवेश करते हुए प्रो. अचल ने कहा कि " सच्चा साहित्यकार अपनी रचनाओं के माध्यम से न सिर्फ समाज की समस्याओं को उजागर करता है , बल्कि पाठकों में नयी चेतना जागृत करता है। प्रेमचन्द की रचनाएं समाज के उपेक्षित लोगों को आंदोलित करती दिखती है।" आरिफ रिजवी ने कहा " प्रेमचन्द एक युगद्रष्टा थे। यही कारण है कि उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को एक नयी दिशा दी है । " प्रधानाध्यापक कुलदीप चौधरी ने इस मौके पर उपस्थित छात्रों को प्रेमचन्द को पढ़ने की सलाह दी. प्रेमचंद पर केंद्रित इस आयोजन में हसपुरा और आस पास के इलाकों के बुद्धिजीवी, साहित्यकार, सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे। समारोह को डा. राजेश कुमार विचारक, कामाख्या नारायण सिंह, अशोक कुमार शिक्षक, विकास कुमार, रविरंजन शिक्षक, सत्येन्द्र नारायण सिंह, चन्द्रेश पटेल, देवेन्द्र कुमार पम्मी कुमारी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर महेंद्र कुमार सिंह, शाहबाज , अभिषेक, सहित कई लोग उपस्थित रहे।