उदयपुर: “प्रतिभा, योग्यता सभी के अंदर होती है, केवल उसे निखारने की जरूरत है और यह काम पुस्तकें पढ़ने से ही संभव हो सकता है. पुस्तकों के साथ अध्यापक, अभिभावक और प्रशिक्षक बच्चों की प्रतिभा निखारने में उनकी मदद करते हैं.” यह बात जिला अधिकारी अरविंद कुमार पोसवाल ने राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत की पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कही. सूचना केंद्र उदयपुर में आयोजित यह पुस्तक प्रदर्शनी 26 सितंबर तक चलेगी. उद्घाटन के दौरान कुमार ने बच्चों व युवाओं को प्रेरित किया कि वे अपना एक लक्ष्य निर्धारित करें. प्रदर्शनी में राजस्थान के प्रसिद्ध बाल साहित्यकार गोपाल राजगोपाल ने बच्चों और युवाओं को अपने साहित्यिक सफर के बारे में बताया और उन्हें भी लेखन कौशल और साहित्य के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया.
इस पुस्तक प्रदर्शनी में हर आयु वर्ग के पाठकों के लिए हिंदी, अंग्रेजी, राजस्थानी, उर्दू सहित अन्य भारतीय भाषाओं के साथ-साथ द्विभाषी पुस्तकें भी शामिल हैं. बच्चों के लिए चित्र पुस्तकें, बाल-उपन्यास, नाटक, कहानियों सहित हर विधा की पुस्तकें हैं, वहीं युवा पाठकों के लिए स्वयं सहायता, आत्म विकास, विज्ञान, महापुरुषों की जीवनियां, फिक्शन-नान फिक्शन हर तरह की पुस्तकें हैं. सात दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी के दौरान बच्चों के लिए विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों कथा वाचन, कैरीकेचर, कैलीग्राफी वर्कशाप, ओरिगामी, थिएटर वर्कशाप, वैदिक गणित, मंडला आर्ट वर्कशाप, बुकमार्क, बुक कवर डिजाइन के साथ-साथ कला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है. पुस्तक प्रदर्शनी के पहले दिन बच्चों के लिए कला प्रतियोगिता आयोजित की गई.