न्यूयॉर्कः अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति संयुक्त राज्य अमेरिका ने जानेमाने साहित्यकार, कवि और गगनांचल पत्रिका के सह-संपादक डॉ आशीष कंधवे को हिंदी को वैश्विक विस्तार और प्रतिष्ठा दिलाने के लिए किए गए प्रयासों का मान रखते हुए 'विश्वारोही रत्न सम्मान' प्रदान किया गया. न्यूयॉर्क में प्रबुद्ध साहित्यकारों और गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में यह सम्मान 'अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति संयुक्त राज्य अमेरिका' के अध्यक्ष मेजर शेर बहादुर सिंह , 'न्यूयॉर्क हिंदी समिति' के निदेशक रणवीर कुमार और समिति के संरक्षक समाजसेवी इंद्रजीत शर्मा द्वारा प्रदान किया गया. पुरस्कार पाने के बाद डॉ आशीष कंधवे ने कहा कि यह मेरा नहीं पूरी हिंदी जगत का सम्मान है
इससे पहले न्यूयॉर्क के 'भारतीय कोंसलावास' में 'गगनांचल' के 'अमेरिका और कनाडा हिंदी लेखन विशेषांक' का लोकार्पण भारतीय कोंसलेट जनरल संदीप चक्रवर्ती के द्वारा किया गया. मुख्य अतिथि साहित्यकार वेदप्रकाश बटुक, विशिष्ट अतिथि प्रो सुषम बेदी और अध्यक्ष के रूप में 'गगनांचल'के संपादक हरीश नवल उपस्थित थे. संचालन अनूप भार्गव ने किया. इस अवसर पर सुषम बेदी, स्नेह सुधा नवल और अनिल प्रभा कुमार की सद्यः प्रकाशित पुस्तकों का भी लोकार्पण हुआ. इस समारोह में व्यंग्य पाठ और कवि गोष्ठी का आयोजन भी हुआ, जिसमें वेदप्रकाश बटुक, सुषम बेदी, आशीष कंधवे, अनूप भार्गव, अशोक व्यास, अशोक सिंह, रजनी भार्गव, अनिल प्रभा कुमार, स्वदेश राणा, दीपक मशाल, मोक्षराज और संदीप व्यास आदि ने काव्य पाठ किया और समापन हरीश नवल के व्यंग्य पाठ से हुआ.
इससे पहले न्यूयॉर्क के 'भारतीय कोंसलावास' में 'गगनांचल' के 'अमेरिका और कनाडा हिंदी लेखन विशेषांक' का लोकार्पण भारतीय कोंसलेट जनरल संदीप चक्रवर्ती के द्वारा किया गया. मुख्य अतिथि साहित्यकार वेदप्रकाश बटुक, विशिष्ट अतिथि प्रो सुषम बेदी और अध्यक्ष के रूप में 'गगनांचल'के संपादक हरीश नवल उपस्थित थे. संचालन अनूप भार्गव ने किया. इस अवसर पर सुषम बेदी, स्नेह सुधा नवल और अनिल प्रभा कुमार की सद्यः प्रकाशित पुस्तकों का भी लोकार्पण हुआ. इस समारोह में व्यंग्य पाठ और कवि गोष्ठी का आयोजन भी हुआ, जिसमें वेदप्रकाश बटुक, सुषम बेदी, आशीष कंधवे, अनूप भार्गव, अशोक व्यास, अशोक सिंह, रजनी भार्गव, अनिल प्रभा कुमार, स्वदेश राणा, दीपक मशाल, मोक्षराज और संदीप व्यास आदि ने काव्य पाठ किया और समापन हरीश नवल के व्यंग्य पाठ से हुआ.