लखनऊः तुलसी शोध संस्थान और यूपी उत्कर्ष साहित्यिक मंच ने मॉरीशस के प्रवासी हिंदी साहित्यकार रामदेव धुरंधर के जन्मदिन पर राष्ट्र साहित्य समारोह-2023 का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में कई कृतियों का लोकार्पण और परिचर्चा हुई. जिन कृतियों का लोकार्पण और परिचर्चा हुई उनमें क्षय मुक्त भारत की संकल्पना पर आधारित राजेश कुमार सिंह ‘श्रेयस’ के उपन्यास ‘तुमसे क्या छुपाना’ पर परिचर्चा, रामदेव धुरंधर की दो कृतियों प्रवासी नाटक संग्रह ‘प्रवर्तन’ और कहानी संग्रह ‘अपने अपने जन्म’ का लोकार्पण, धुरंधर के ही ऐतिहासिक उपन्यास ‘पथरीला सोना’ पर आधारित ‘बिना चिक बड़ाईक’, अमित कुमार गुप्त द्वारा संपादित ‘रामदेव धुरंधर कृत: पथरीला सोना’ और प्रदीप मिश्र ‘दानिस’ कृत दोहा संग्रह ‘मैं तो केवल शून्य हूं’ का भी विमोचन हुआ. इस अवसर पर व्यंग्यकार अनूप श्रीवास्तव और साहित्यकार राम किशोर उपाध्याय द्वारा सम्पादित हास्य व्यंग्य पत्रिका ‘अट्टहास’ के रामदेव धुरंधर पर आधारित विशेषांक का भी लोकार्पण हुआ.
समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के क्षेत्रीय क्षय नियंत्रण प्रबंधन अधिकारी डॉ अखिलेश त्रिपाठी थे. समारोह में मशहूर साहित्यकार जयशंकर प्रसाद की प्रपौत्री कविता कुमारी भी उपस्थित थीं. वाराणसी के एक कॉलेज से दर्शन विषय पर शोध कर रही कविता इन दिनों अपने बाबा जयशंकर प्रसाद पर उनके परिचितों और पिता से संवाद पर आधारित संस्मरण लिख रही हैं. कार्यक्रम के अंत में साहित्यकारों, क्षय उन्मूलन कार्यकर्ताओं, सामाजिक कार्यों में खास योगदान देने वाले कुल 30 शख्सियतों को सम्मानित भी किया गया. इस दौरान युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम किशोर उपाध्याय, केंद्रीय महासचिव ओम प्रकाश शुक्ला, जीवन राय, कवयित्री प्रमिला पाण्डेय, डॉ दीपक पाण्डेय, डॉ नूतन पांडेय, अवध भारती संस्थान बाराबंकी के अध्यक्ष श्रीराम बहादुर मिश्रा आदि मौजूद रहे.