नई दिल्लीः आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय की ओर से देशभर में शहीद दिवस मनाया गया. इस क्रम में नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) से जुड़े युवा क्लबों तथा राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) से सम्बद्ध विश्वविद्यालयों तथा कॉलेजों के युवा स्वयंसेवियों और सदस्यों ने बड़ी संख्या में भागीदारी की. शहीद दिवस एनवाईकेएस के 623 जिलों और एनएसएस से जुड़े 457 विश्वविद्यालयों के अधीनस्थ कॉलेजों/संस्थानों में मनाया गया. इस बार शहीद दिवस आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान आया है, जिसके आधार पर नेहरू युवा केंद्र संगठन और राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित शहीद दिवस का महत्त्व और भी बढ़ जाता है. इसकी विषयवस्तु क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि था. विषयवस्तु के मद्देनजर शहीद दिवस 2022 के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन, कार्य और दर्शन के बारे में जानकर युवा पीढ़ी कृतज्ञता, गौरव, सम्मान और कर्तव्य की भावना से ओतप्रोत हुई.
याद रहे कि 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दे दी गई थी. इन वीर युवा क्रांतिकारियों तथा हमारे देश के महान सपूतों के सर्वोच्च बलिदान की याद में देशभर में हर वर्ष 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है. स्वतंत्रता संग्राम के इन इंकलाबी शहीदों की स्मृति में एनवाईके जिलों तथा एनएसएस संबद्ध विश्वविद्यालयों ने कई गतिविधियों का आयोजन किया, जिनमें चित्रों पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन, भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के जीवन पर गोष्ठियों, सम्मेलनों, व्याख्यानों का आयोजन, शपथ लेना, खेल, स्किट, स्पॉट क्विज, उपहारों का वितरण, प्लॉगिंग, ज्ञानाधारित प्रतियोगितायें, आदि शामिल की गई थीं. एनवाईकेएस और एनएसएस ने स्वतंत्रता सेनानियों, अकादमीशियनों, कलाकारों, जाने-माने व्यक्तियों, राज्य, जिला प्रशासन को विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित किया. एनवाईकेएस और एनएसएस से जुड़े युवा स्वयंसेवियों ने विशेष कार्यक्रमों में हिस्सा लिया, जिनका आयोजन आठ राज्यों तथा दो केंद्र शासित प्रदेशों के 14 स्थानों पर किया गया था. यह आयोजन भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के इतिहास के परिप्रेक्ष्य में संस्कृति मंत्रालय ने किया था.