रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य के युवा कल्याण, राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री टंक राम वर्मा ने स्थानीय आनंद समाज वाचनालय कंकालीपारा में ‘छत्तीसगढ़ के विभूति‘ पुस्तक का विमोचन किया. इस पुस्तक के लेखक जागेश्वर प्रसाद हैं. भारतीय सांस्कृतिक निधि छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष और वरिष्ठ लेखक अरविंद मिश्रा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की. विशेष अतिथि के रूप में वरिष्ठ इतिहासकार डा केके अग्रवाल और जीपी चंद्राकर उपस्थित थे. विमोचन कार्यक्रम में मंत्री वर्मा ने पुस्तक लेखक जागेश्वर प्रसाद को बधाई देते हुए कहा कि इस पुस्तक से लोगों को छत्तीसगढ़ के पुरोधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी. छत्तीसगढ़ में ऐसी अनेक महान विभूति हैं, जिनका उल्लेख और संस्मरण छत्तीसगढ़ के इतिहास में नहीं है. ऐसी महान विभूतियों के बारे में जानकारी संकलित करना बहुत ही प्रशंसनीय कार्य है.
याद रहे कि ‘छत्तीसगढ़ के विभूति‘ पुस्तक में बाबा गुरु घासीदास, शहीद वीर नारायण सिंह, पं सुंदरलाल शर्मा, ठाकुर प्यारेलाल, बैरिस्टर छेदीलाल, पं मुकुटधर पांडेय, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी, घनश्याम सिंह गुप्त, लोचन प्रसाद पांडेय, पं रविशंकर शुक्ल, इंजीनियर राघवेन्द्र राव, कंगला मांझी, गुंडाधुर, यति यतनलाल, मंदराजी दाऊ, चक्रधर सिंह, हीरालाल काव्योपाध्याय, बिलासा केंवटिन, मिनी माता, डा खूबचंद बघेल, झाडूराम देवांगन, दाऊ रामचंद्र देशमुख, सुरूज बाई खांडे जैसी 38 विभूतियों की संक्षिप्त जीवनी सचित्र प्रकाशित की गई है. कार्यक्रम में किसान नेता अनिल दुबे, वरिष्ठ पंडवानी गायक चेतन देवांगन, भाषा आंदोलनकारी नंदकिशोर शुक्ल, लता राठौर, वैभव पांडेय, जयंत साहू, संजीव साहू, ईश्वर साहू, मिनेश साहू, डा सुधीर शर्मा, डा दीनदयाल साहू, गुलाल वर्मा, अशोक कुमार सहित अंचल के कई नामचीन साहित्यकार और इतिहासकार मौजूद थे.