लंदन: राजघाट स्थित गांधी दर्शन के निदेशक डा ज्वाला प्रसाद को लंदन स्थित आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में महात्मा गांधी लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर लंदन के मेयर, कोलंबिया की मिस वर्ल्ड, आस्ट्रेलिया के न्यायाधीश, सेसेल्स के पर्यटन मंत्री, आक्सफोर्ड के मेयर सहित लगभग 50 देशों के गणमान्य लोग उपस्थित थे. डा ज्वाला प्रसाद को यह पुरस्कार मिलने पर भारतीय मूल के अनेक लोगों ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. इससे पहले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ऊर्फ बागेश्वर धाम सरकार और गोपाल दास गौर को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. डा ज्वाला प्रसाद भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन स्वायत्त संस्था गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के निदेशक हैं. उन्होंने गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति में अनेक उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जिनमें परिसर को सुरम्य बनाने से लेकर आगंतुकों को आकर्षित करने हेतु विभिन्न कार्य किए गए. वहां बच्चों को आकर्षित करने के लिए भी कई प्रकार के उद्यम शुरू किए गए हैं. भारत सरकार द्वारा चलाए गए कैंपन 3.ओ अभियान में संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत देशभर में कार्यरत टाप 10 विभागों में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति भी शामिल था.
याद रहे कि प्रतिमाह लाखों पर्यटक गांधी दर्शन एवं गांधी स्मृति म्यूजियम घूमने आते हैं तथा गांधी जी के जीवन दर्शन को नजदीक से अनुभव करते हैं. यहां प्रति माह कई बड़े कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं. संस्थान के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं और उपाध्यक्ष विजय गोयल हैं. डा प्रसाद इससे पहले राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली के कुलसचिव रह चुके हैं. प्रसाद की प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती विद्या मंदिर में हुई थी. उनका कहना था कि आज मैं जो कुछ हूं उसमें सरस्वती विद्या मंदिर का महत्त्वपूर्ण योगदान है. जब इस स्कूल में पढ़ने के लिए फीस नहीं थी तो स्कूल से मुझे मेधावी छात्रवृत्ति मिली और मैंने दसवीं तक की पढ़ाई यहीं से की. डा प्रसाद को कई छात्रवृत्ति एवं पुरस्कार मिल चुके हैं. डा प्रसाद ने इस पुरस्कार को राष्ट्र को समर्पित करते हुए बताया कि हमें गांधी जी के दर्शन जैसे परिवार प्रबोधन, पर्यावरण, स्वदेशी, स्वावलंबन, नागरिक कर्तव्य, खादी, स्वच्छता, ग्राम विकास, युवा, महिला, चरखा, मध्यस्थता और सामाजिक समरसता, सत्य, अहिंसा, शांति, ईश भक्ति इत्यादि को संकल्प के साथ आगे लेकर चलने की आवश्यकता है.