पटनाः हिंदी गौरव एवं ठाकुर इंग्लिश क्लासेज के संयुक्त तत्वावधान में एक विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ. कॉलेज के संचालक अनुराग कश्यप ठाकुर के प्रयास से आयोजित इस कवि सम्मेलन में बाहर से आए कवियों को वशिष्ठ नारायण सम्मान से सम्मानित किया. इस कार्यक्रम में दिल्ली से पधारे राष्ट्रीय गीतकार डा जयसिंह आर्य ने अपने गीतों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. श्रोताओं की मांग पर उन्होंने अपना चर्चित गीत, 'चल मेरे मनवा चल अपने गांव' सुनाया. धारा 370 पर सुनाए उनके गीत ने राष्ट्रीयता से ओतप्रोत कर दिया. गीत के बोल इस प्रकार थे-
तीन सौ सत्तर की पापी धारा को तोड़ा है
हमने घर में घुसकर आतंकी सिर फोड़ा है
केसर की क्यारी में प्रेम के फूल खिलेंगे फिर
मानस-मानस में खुशियों के दीप जलेंगे फिर
लाल चौक पर आज तिरंगे को फहराने हम
आओ भैया इस माटी का तिलक लगाएं हम
कवि आलोक बेजान ने अपने मुक्तकों से समा बांध दिया. ओज के युवा हस्ताक्षर राजकुमार सिसोदिया हापुड़ ने अपनी ओजस्वी रचनाओं से वातावरण में जोश भर दिया. गीतकार डा सतीशवर्धन ने अपनी श्रृंगारिक कविताओं से समा बांध दिया. पटना के युवा कवि अनुराग कश्यप ठाकुर के सफल आयोजन और बिहार के युवा कवि मनीष तिवारी के शानदार संचालन में इस कवि सम्मेलन ने सफलता की खूब ऊंचाइयां छुईं. कवि सम्मेलन में काव्य पाठ करने वाले अन्य कवियों में सुनील कुमार, कुंदन आनंद, अभिलाषा मिश्रा, राहुल कांत पांडे, मुकेश ओझा, केशव कौशिक, अश्वनी सरकार, सिमरन राज, कुमारी स्मृति शामिल थीं. इस कवि सम्मेलन में साहित्य प्रेमियों का उत्साह देखने लायक था.