नई दिल्ली: कहे तोसे सजना, ये तोहरी सजनिया; पग पग लिये जाऊं, तोहरी बलइयां… 1989 में सूरज बड़जात्या के निर्देशन में बनी फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ के इस गीत से देश भर के युवा दिलों की धड़कन बन चुकीं प्रख्यात लोकगायिका शारदा सिन्हा के निधन से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कई राज्यों के मुख्यमंत्री सहित देश और दुनिया के करोड़ों संगीत प्रेमियों में दुख की लहर है. छठ और भोजपुरी संस्कृति से जुड़े गीतों की पहचान बन चुकी पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा ने दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली. वह पिछले छह वर्षों से ब्लड कैंसर से जूझ रही थीं. उनकी तबीयत बिगड़ने पर 26 अक्तूबर को उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था. प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल साइट एक्स पर अपनी श्रद्धांजलि पोस्ट में लिखा, ‘सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं. आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी. उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति!’

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी लोक गायिका के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि बिहार कोकिला शारदा सिन्हा ने मैथिली, भोजपुरी, बज्जिका के अलावा हिंदी गीत भी गाए थे. उन्होंने कई हिंदी फिल्मों में भी आवाज दी है. उनके निधन से संगीत के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन की खबर बहुत दुखद है. उन्होंने अपने संगीत से हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का काम किया. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें.’ शारदा सिन्हा मैथिली और भोजपुरी की प्रसिद्ध गायिका थीं, जिन्हें बिहार कोकिला के नाम से भी जाना जाता रहा. छठ पूजा के उनके गीत बहुत लोकप्रिय हैं. उनकी पहचान एक ऐसी गायिका की थी जो अपनी मिठास भरी आवाज से लोगों के दिलों पर छाप छोड़ती थी. संगीत जगत में योगदान के लिए उन्हें 1991 में पद्मश्री और 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. एक दिन पहले ही उनका नया छठ गीत ‘दुखवा मिटाईं छठी मैया, रउए आसरा हमार’ एम्स से ही जारी हुआ था.