शिमलाः हिमालय साहित्य संस्कृति एवं पर्यावरण मंच ने कवयित्री स्नेह नेगी के पहले काव्य संकलन 'सुन! ऐ ज़िंदगी' का लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किया. यह पुस्तक शैल सूत्र पत्रिका की संपादक व लेखिका आशा शैली के सौजन्य से प्रकाशित हुई है, जो खुद भी इस आयोजन में शामिल हुईं. कार्यक्रम की शुरुआत हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सैन्य अधिकारियों के दुखद अंत पर दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि से हुई. हिमालय मंच की ओर से अध्यक्ष और वक्ताओं का किन्नौरी टोपी और मफलर पहनाकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता लेखक और पूर्व आईएएस अधिकारी शरभ नेगी ने की.  उन्होंने 71 वर्षीय लेखिका को उनकी इस पहली कृति के प्रकाशन व लोकार्पण के लिए बधाई दी और उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि साहित्य कोई उम्र नहीं देखता. आप अपने भावों और अनुभवों को किसी भी वक्त किसी भी पड़ाव पर व्यक्त करते हुए लिख सकते हैं. स्नेह नेगी हिमाचल के जनजातीय क्षेत्र से पहली महिला रचनाकार हैं, जिनकी कृति प्रकाशित हुई है. वे किन्नौर के लिपा गांव की निवासी हैं.

लोकार्पण के बाद कविता संग्रह 'सुन! ऐ जिंदगी' पर कुल राजीव पंत, आत्मा रंजन, डॉ विद्यानिधि छाबड़ा, आशा शैली, गुप्तेश्वर नाथ उपाध्याय, डॉ देवकन्या ठाकुर ने विस्तार से अपनी बात कही. स्नेह नेगी ने लोकार्पित पुस्तक में से कई कविताओं का पाठ किया. हिमालय साहित्य मंच के अध्यक्ष एस आर हरनोट ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की और सभी का हार्दिक स्वागत किया. स्नेह नेगी हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सेवा निदेशालय से उपनिदेशक पद से सेवानिवृत्त हुई हैं. वे बहुत ही संवेदनशील लेखिका हैं. पर्यावरण के प्रति उनका स्नेह और सजगता देखते ही बनती है. इस आयोजन में शिमला और शिमला से बाहर के अनेक रचनाकारों ने शिरकत की, जिनमें अकादमी सचिव डॉ कर्म सिंह, डॉ विद्यानिधि छाबड़ा, डॉ हेम राज कौशिक, भारती कुठियाला, मोनिका छट्टू, ओम प्रकाश शर्मा, जिला भाषा अधिकारी अनिल हारटा, इंदर पॉल, दिनेश शर्मा, लेखराज चौहान, दीप्ति सारस्वत, वंदना राणा, अनिल शर्मा, सीताराम शर्मा, रोशन लाल पराशर, आनंद शर्मा, गुलेरिया, रमेश डढवाल, रेलवे शिमला से स्टेशन अधीक्षक जोगिंदर, जगदीश कश्यप, निर्मला चंदेल, श्याम शर्मा, शांति स्वरूप शर्मा, नीता अग्रवाल, यादव कुमार, अर्चना पंत, शैल उपाध्यायके अलावा हृदय रोग विशेषज्ञ  डॉ पीसी नेगीडॉ आरसी नेगी, एडवोकेट विवेक नेगी, एडवोकेट चमन नेगी, गुरु लाल नेगी, विनय नेगी, सरोज नेगी, एसएस नेगी, भुवन नेगी आदि प्रमुख थे. मंच संचालन सीता राम शर्मा ने किया और सभागार में उपस्थित सभी लेखकों और साहित्य प्रेमियों का धन्यवाद मंच की सदस्य कल्पना गांगटा ने किया.