नई दिल्लीः हिंदी दिवस पर हिंदी की बात तो सभी करते हैं, पर देश के सर्वाधिक प्रसारित अखबार दैनिक जागरण के हिंदी के प्रति समर्पण और लगाव की बात ही और है. दैनिक जागरण और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी दिवस को लेकर दैनिक जागरण ने अपनी भाषा के लिए चलाई जा रही मुहिम 'हिंदी हैं हम' के अंतर्गत 'सान्निध्य' कार्यक्रम का आयोजन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में किया गया. दिनभर चले इस कार्यक्रम के उद्घाटन उद्बोधन में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, जिनके पास राजभाषा विभाग भी है, ने कहा कि हिंदी हमारा प्राण है. दुनिया में 20 प्रतिशत से अधिक लोग हिंदी बोलने वाले हैं. भाषा वही होती है, जो अपना भाव बताए. भाषा और भाव वही है, जिसमें वास्तविकता है. हम जो चाहते हैं, उस भाव को अपनी भाषा में दिखा सकते हैं. हिंदी हिंदुस्तान का भाव है. हिंदुस्तान की संस्कृति है. बाहरी आडंबरों के कारण चकाचौंध में खोते हुए भी मन हिंदी को ही स्वीकारता है. उन्होंने स्वामी विवेकानंद, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिंदी प्रयोग की भी चर्चा की.
इस अवसर पर दैनिक जागरण के प्रधान संपादक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय गुप्त ने कहा कि 'हिंदी हैं हम' जागरण की ऐसी अनूठी पहल है, जिसमें हम भाषा के साथ-साथ हिंदी को देश की संस्कृति के रूप में पेश करते हैं. भाषा और संस्कृति एक-दूसरे के पर्यायवाची, एक-दूसरे के पूरक हैं. हिंदी भाषा के समाचार पत्रों में दैनिक जागरण का अपना अलग स्थान है. दिनभर के इस कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव सच्चिदानंद जोशी और संजय गुप्त ने दैनिक जागरण के संस्थापक स्वर्गीय पूर्ण चंद्र गुप्त व पूर्व प्रधान संपादक स्वर्गीय नरेंद्र मोहन की तस्वीर पर माल्यार्पण व दीप जलाकर किया. इस दौरान दैनिक जागरण की 75 साल की गौरवशाली यात्रा के महत्त्वपूर्ण पड़ावों की एक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी.