नई दिल्लीः साहित्यकारों को एक साथ एक मंच पर लाने एवं मातृभाषा हिंदी को बढ़ावा देकर साहित्यिक गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से हिंदी साहित्य भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उप्र के पूर्व मंत्री डॉ रविन्द्र शुक्ल की कोशिशें परवान चढ़ रही हैं. अभी इसी अगस्त में केन्द्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ मिथिला प्रसाद त्रिपाठी, डॉ विकास दवे, राजेंद्र शुक्ल सहज, डॉ रमा सिंह के संयोजन में मध्यप्रदेश इकाई का गठन किया गया था. प्रदेश की इस इकाई में देवपुत्र पत्रिका के संपादक वरिष्ठ साहित्यकार डॉ विकास दवे को अध्यक्ष नियुक्त किया गया. इस कार्यकारिणी में ओएन श्रीवास्तव, जीवन प्रकाश आर्य, राकेश शर्मा, डॉ अनुराधा यादव, राम सुहावन पांडे, डॉ कौशल दुबे  उपाध्यक्ष, राजेंद्र शुक्ल सहज महामंत्री, शुभम चौहान तामोट, अजय जैन विकल्प संयुक्त मंत्री, डॉ सुषमा यदुवंशी, विनोद मिश्रा, विजय सिंह चौहान, मनोज आनंद, निलेश माहुलीकर, डॉ कुसुम सिंह मंत्री बनाए गए.. इधर जनपद स्तर भी उसकी गतिविधियां दिख रही हैं. यूपी के हापुड़ में जनपद इकाई का गठन हुआ. संस्था के प्रदेश अध्यक्ष कवि वागीश दिनकर ने जनपद की कमान कवि दिनेश त्यागी को सौंपी है. वहीं, कवि वागीश दिनकर की देखरेख में जनपद की शाखा का गठन किया गया है, जिसमें कवि मोहित शौर्य को जिला महामंत्री, कवि राजकुमार हिदुस्तानी व कवि अवनीत समर्थ को उपाध्यक्ष, कवि रामबीर आकाश को संयुक्त महामंत्री, कवि विजय विकास त्यागी कोषाध्यक्ष, शायर डॉ. नरेश सागर को मीडिया प्रभारी, कवि आशीष भारद्वाज व कवि नगेंद्र सिसौदिया को मंत्री नियुक्त किया गया है. हिदी साहित्य भारती के मार्गदर्शक मंडल में वरिष्ठ कवि व साहित्यकार डॉ. अशोक मैत्रेय, कवि प्रेम निर्मल व कवि राज चैतन्य व संरक्षक मंडल में कवि अशोक गोयल व कवि राम आसरे गोयल को नियुक्त किया गया है. हिदी साहित्य भारती के प्रांतीय अध्यक्ष वरिष्ठ कवि सुमनेश सुमन व प्रांतीय महासचिव वरिष्ठ कवि अक्षय प्रताप अक्षय तथा प्रदेश महामंत्री वरिष्ठ साहित्यकार चैतन्य चेतन ने सभी साहित्यकारों को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी है.

अभी कुछ दिन पहले ही हिंदी साहित्य भारती ने राजस्थान प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक वर्चुअल माध्यम से आयोजित की थी, जिसमें शामिल वक्ताओं ने हिंदी भाषा की वर्तमान संवैधानिक स्थिति पर चर्चा की थी. भीलवाड़ा से संचालित इस बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ रजनीश शर्मा ने की. महामंत्री डॉ राजेंद्र सिंघवी ने संगठन के उद्देश्यों की जानकारी दी.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य योगेंद्र शर्मा ने सदस्यों का परिचय कराया. राजस्थान के प्रदेश प्रवक्ता गौरीकांत शर्मा ने बैठक की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राघव शर्मा की ओर से गाई गई मां सरस्वती की वंदना के साथ बैठक का शुभारंभ हुआ. इसके बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्राथमिक शिक्षा तक मातृभाषा के माध्यम से शिक्षण को स्थान दिलाने में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रवींद्र शुक्ल के प्रयासों की चर्चा की गयी और सरकार को भारतीय भाषाओं को महत्त्व दिए जाने के लिए आभार व्यक्त किया गया. इस बैठक में डॉ घनश्याम कच्छावा, राकेश राजदीप और जितेंद्र जालोरी आदि ने विचार प्रकट किए.