नई दिल्लीः अपनी भाषा हिंदी को समृद्ध और मजबूत करने को लेकर जारी दैनिक जागरण की अनूठी पहल 'हिंदी हैं हम' अभियान में इस शनिवार से 'दैनिक जागरण सान्निध्य' नामक एक और कार्यक्रम जुड़ रहा है. इस नए मासिक कार्यक्रम के तहत हर महीने के दूसरे शनिवार को कला, साहित्य, संस्कृति और समाज से जुड़े मुद्दों पर विशेषज्ञ विचारक श्रोताओं के समक्ष विचार-मंथन करेंगे. 15 सितंबर को पहला आयोजन राजधानी दिल्ली के फिरोजशाह रोड स्थित साहित्य अकादमी सभागार में सायं 4 बजे से आयोजित है. यह कार्यक्रम दो सत्रों में विभक्त होगा. पहला सत्र 'समकालीन कविता के स्वर' शीर्षक से आयोजित है, जिसमें हेमंत कुकरेती, प्रो. जितेंद्र श्रीवास्तव, लीना मल्होत्रा, उमाशंकर चौधरी और अच्युतानंद मिश्र काव्य पाठ करेंगे. दूसरा सत्र शाम 5.30 बजे से शुरू होगा, जिसका विषय है 'स्त्री लेखनः स्वप्न और संघर्ष'. विषय प्रवर्तन कथाकार बलराम करेंगे और भाग लेने वाले वक्ता हैं, वरिष्ठ साहित्यकार ममता कालिया, वंदना राग, ज्योति चावला और पज्ञा ।  ज्ञात रहे कि दैनिक जागरण 'हिंदी है हम' अभियान के तहत हिंदी और हिंदी लेखकों, पाठकों, प्रकाशकों व हिंदी सेवियों के लिए कई महत्त्वपूर्ण अभियान चला रहा है, जिनमें दैनिक जागरण 'सृजन', 'संवादी', 'बिहार संवादी', 'वार्तालाप', 'हिंदी बेस्टसेलर', 'ई संवादी' और 'ज्ञानवृत्ति' जैसे आयोजन पहले से ही शामिल हैं. अब इनमें 'दैनिक जागरण सान्निध्य' भी जुड़ गया. 'दैनिक जागरण सृजन' देश के युवा लेखकों को प्रेरित और प्रोत्साहित करने का मंच है. यह हिंदी में सृजनात्मक लेखन का सपना देखने वाले युवाओं को अवसर प्रदान करता है, जिसके तहत हिंदी के वरिष्ठ लेखक अपने अनुभवों को साझा करने के साथ नवोदित लेखकों को लेखन के गुर सिखाते हैं. दैनिक जागरण 'संवादी' में  अभिव्यक्ति के हर माध्यम और हर अनुशासन, कला और ज्ञान-माध्यमों जोड़ा गया है. इसके तहत दैनिक जागरण हर आम और खास, लेखक-विचारक-चिन्तक-संस्कृतिकर्मी समाज और पाठक समाज के बीच पुल की भूमिका निभाता है.

 

'बिहार संवादी' बिहार के लेखकों, कलाकारों, संस्कृतिकर्मियों का अपना मंच है, जहां वे साहित्यिक, सामाजिक, सांस्कृतिक मसलों पर संवाद करते हैं.  'वार्तालाप' विशुद्ध रूप से लेखकों का मंच है. इस मासिक आयोजन में लेखकों के साथ उसकी नवीनतम कृति पर बातचीत की जाती है.  'हिंदी बेस्टसेल'र की अवधारणा की शुरुआत का श्रेय भी दैनिक जागरण के इसी अभियान को है, जिसके तहत दैनिक जागरण के लिए नीलसन हर तिमाही में बेस्टसेलर सूची तैार करता है । दैनिक जागरण 'ज्ञानवृत्ति' हिंदी में मौलिक शोध को बढ़ावा देने का एक उपक्रम.