भोपालः ललित कलाओं के प्रशिक्षण, प्रदर्शन और शोध के लिए समर्पित स्पंदन संस्था भोपाल ने साहित्य, कला और भाषा के क्षेत्र में दिए जाने वाले सम्मानों की घोषणा कर दी है. संस्था द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार वर्ष 2018 का 'स्पंदन कथा शिखर सम्मान' हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार असगर वजाहत को प्रदान किया जाएगा. 'स्पंदन कृति सम्मान' कविता संग्रह 'केवल कुछ वाक्य' के लिए कवि उदयन वाजपेई को, 'स्पंदन कृति सम्मान' उपन्यास 'अकाल में उत्सव' के लिए पंकज सुबीर को, 'स्पंदन आलोचना सम्मान' महेश दर्पण को, 'स्पंदन ललित कला सम्मान' रंग कर्म के लिए आलोक चटर्जी को, 'स्पंदन साहित्यिक पत्रिका सम्मान' व्यंग्य यात्रा के लिए प्रेम जनमेजय को तथा 'स्पंदन युवा पुरस्कार' थिवई थियाम को दिया जाएगा.
स्पंदन सम्मान समारोह की संयोजक उर्मिला शिरीष ने बताया कि इन पुरस्कारों का निर्णय सर्वानुमति से किया गया है, और ये मार्च 29 तथा 30 को भोपाल में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किए जाएंगे. याद रहे कि दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में हिंदी विभाग के अध्यक्ष रहे असग़र वजाहत साठोत्तरी पीढ़ी के बाद के महत्त्वपूर्ण कहानीकार एवं नाटककार हैं. इन्होंने कहानी, नाटक, उपन्यास, यात्रा-वृत्तांत, फिल्म तथा चित्रकला आदि विभिन्न क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण योगदान किया है. इनकी पहली कहानी 1964 के आसपास छपी थी. इनके लिखे नाटकों का मंचन दुनिया भर में हुआ है और हबीब तनवीर, एम के रैना, दिनेश ठाकुर, राजेंद्र गुप्ता, वामन केंद्रे, शहीम किरमानी तथा टाम आल्टर जैसे निर्देशकों ने कई शो किए हैं. इनकी कई कहानियों के अनुवाद अंग्रेजी, इतालवी, रूसी, फ्रेंच, ईरानी, उज्बेक, हंगेरियन, पोलिश आदि भाषाओं में हो चुके हैं.