मुंबईः कविता में सहज, सरल और अपनी मौलिक राह बनाने वाले हमारे समय के सम्मानित और बेहद चर्चित शायर, कवि सूर्यभानु गुप्त पर केंद्रित 'चिन्तन दिशा' पत्रिका के विशिष्ट अंक का लोकार्पण माटुंगा पूर्व स्थित रामनारायण रुइया महाविद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुआ. यह आयोजन कई अर्थों में ऐतिहासिक रहा. बरसों बाद सूर्यभानु गुप्त मंच पर अपनी ग़ज़लों, नज़्मों और कविताओं के साथ पूरे जोशोखरोश के साथ उपस्थित थे. जाहिर है आज की युवा पीढ़ी के तमाम श्रोता ऐसे थे, जिन्होंने उन्हें पहली बार सुना. पहले भी उनके कार्यक्रमों में आलम यह होता था कि लोग उन्हें खड़े होकर सुनते थे. इस बार भी यही हुआ, हॉल में इस कदर भीड़ थी कि लोग खड़े होकर सुन रहे थे. अतिरिक्त कुर्सियां रखने के बावजूद श्रोताओं की संख्या इतनी ज्यादा थी कि जाने कितने लोग खड़े होकर इस कार्यक्रम का आनन्द उठा रहे थे.
शिक्षा प्रसारक मंडली और रामनारायण रुइया महाविद्यालय के हिंदी विभाग के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम की अहमियत का अंदाज इसी से लगा सकते हैं कि इसको साहित्य, गीत, गजल, शिक्षा, प्रकाशन, फिल्म, कला से जुड़ी कई बड़ी हस्तियों का न केवल समर्थ हासिल था, बल्कि अनेकों ने इसमें शिरकर भी की. इन लोगों में  विश्वनाथ सचदेव, सुंदर चंद ठाकुर, जावेद अख्तर, वेद राही, गोविंद निहलानी, डॉ प्रकाश कोठारी, समीर अनजान, डॉ प्रवीण चंद्र बिष्ट, हृदयेश मयंक, अनिल जोशी, उदयन ठक्कर, सलाम बिन रज्जाक, प्रेम जनमेजय, अरविंद मंडलोई, चंद्रशेखर सोनकर जैसे नाम शामिल हैं. देश की वाणिज्यिक राजधानी के व्यस्त वातावरण में लोगों की उपस्थिति और कार्यक्रम की गरिमा के चलते न केवल सोशल मीडिया पर यह आयोजन चर्चा में है, बल्कि इसे लंबे समय तक याद भी किया जाएगा.