नई दिल्लीः हमारे दौर के सबसे बड़े आलोचक नामवर सिंह बीमार हैं. उनके स्वास्थ्य को लेकर साहित्य जगत चिंतित है. 92 साल के नामवर सिंह सोमवार की रात बेड से उठकर बाथरूम जाते समय गिर गए, जिससे उनके सिर पर चोट आई, जिसका असर मस्तिष्क पर भी पड़ा. ब्रेन हेमरेज के कारण मंगलवार को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां बुधवार को दिन भर उनके चाहने वालों का तांता लगा रहा. डॉक्टरों के अनुसार वह कोमा में नहीं हैं. उनकी हालत स्थिर बनी हुई है, पर सही जानकारी में समय लगेगा. वह दक्षिणी दिल्ली में अलकनंदा अपार्टमेंट में रहते हैं. परिवार के अनुसार रात में खाना खाने के बाद वह सो रहे थे. रात करीब दो बजे वह बेड से गिर पड़े. उन्हें तत्काल नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां सिटी स्कैन में पता चला कि मस्तिष्क में खून का थक्का जम गया है. बाद में उन्हें बेहतर इलाज के लिए मंगलवार को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया. ट्रॉमा सेंटर में भी डॉक्टरों ने उनकी कई जांच की.
याद रहे कि नामवर सिंह हिंदी के जाने माने आलोचक हैं. उनका जन्म 28 जुलाई, 1927 को चंदौली के जीयनपुर गांव में हुआ था. उनके भाई काशीनाथ सिंह भी जानेमाने कथाकार हैं. नामवर सिंह ने देश के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में पढ़ाया है. उनकी छायावाद, नामवर सिंह और समीक्षा, आलोचना और विचारधारा जैसी किताबें आज भी काफी चर्चित हैं. वह साहित्य अकादमी सम्मान से भी नवाजे गए. उन्होंने साहित्य में काशी विश्वविद्यालय से एमए और पीएचडी की डिग्री हासिल की. बाद में कई साल तक जेएनयू में प्रोफेसर रहे. लंबे अरसे से वह हिंदी के सबसे गंभीर आलोचक, समीक्षक और साक्षात्कार विधा में पारंगत लेखक के रूप में प्रतिष्ठापित हैं. साहित्य जगत उनके शीघ्र स्वस्थ्य होने की प्रार्थना कर रहा है.