नई दिल्ली: राष्ट्रीय पुस्तक सप्ताह (14-20 नवंबर) के अवसर पर साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन बुधवार को प्रख्यात लेखक तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव सच्चिदानंद जोशी ने किया। उपस्थित पुस्तक प्रेमियों को डॉ जोशी ने संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि समाज को हमेशा अच्छे साहित्य की जरूरत रहती है लेकिन केवल अच्छा साहित्य ही उपलब्ध नहीं होना चाहिए बल्कि उसका सस्ता होना भी जरूरी है, तभी अधिक से अधिक पाठक पुस्तकें खरीद सकेंगे। उन्होंने साहित्य अकादेमी को अच्छे और कम कीमत का साहित्य प्रकाशित करने के लिए बधाई भी दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पुस्तकों को खरीद कर पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा देना होगा। उनका मानना है कि पुस्तकों से श्रेष्ठ और जीवंत साथी कोई और नहीं हो सकता। उन्होंने उपस्थित पाठकों से अधिक से अधिक पुस्तकें खरीदने की अपील भी की।
इस अवसर पर साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने कहा कि अकादेमी प्रतिवर्ष 500 से 550 पुस्तकें प्रकाशित करती है। अकादमी का उद्देश्य होता है कि यह सब उचित दामों पर पूरे देश के पाठकों के लिए उपलब्ध हों। इसके लिए अकादेमी जहाँ विभिन्न पुस्तक मेलों में भाग लेती है, वहीं स्वयं भी प्रदर्शनियों का आयोजन करती है।
ज्ञात हो कि इस प्रदर्शनी में पुस्तकें 20 प्रतिशत की छूट पर उपलब्ध हैं एवं कुछ चुनिंदा पुस्तकों पर 75 प्रतिशत तक की छूट भी दी जा रही है। पुस्तक प्रदर्शनी 27 नवंबर चलेगी। साहित्य अकादेमी द्वारा 24 भारतीय भाषाओं में प्रकाशित पुस्तकों की इस प्रदर्शनी में अकादेमी द्वारा प्रकाशित महत्त्वपूर्ण लेखकों पर विनिबंध, रचना-संचयन, साहित्य अकादेमी द्वारा पुरस्कृत पुस्तकों के अनुवाद, उपन्यास, कहानी-संग्रह, कविता-संग्रह, विश्वकोष, साहित्य-इतिहास के अतिरिक्त बाल-साहित्य भी उपलब्ध रहेगा। प्रदर्शनी में साहित्य अकादेमी द्वारा महत्त्वपूर्ण लेखकों पर निर्मित वृतचित्र भी बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगे।
कोरोना महामारी के कारण भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का उचित पालन करते हुए प्रदर्शनी को रवींद्र भवन के प्रथम तल पर आयोजित किया जा रहा है। पुस्तक प्रदर्शनी के दौरान साहित्य मंच, पुस्तक-चर्चा, बहुभाषी कविता-पाठ कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।