सोलनः स्थानीय जिलाधीश कार्यालय सभागार में साहित्यिक संगम सोलन और हिमालय मंच द्वारा संयुक्त रूप से साहित्य उत्सव का आयोजन संपन्न हुआ. पहला सत्र कहानी पाठ था, जो कथाकार बद्री सिंह भाटिया की स्मृति को समर्पित रहा. इस सत्र में गुप्तेश्वर नाथ उपाध्याय, रत्न चंद रत्नेश और भारती कुठियाला ने कहानियां पढ़ीं और अशोक गौतम ने व्यंग्य पाठ किया. इस सत्र के मुख्य अतिथि भाषा संस्कृति विभाग के निदेशक पंकज ललित थे. अध्यक्षता संस्कृत के विद्वान साहित्यकार आचार्य केशव शर्मा ने की. विशेष अतिथि पूर्व आईएएस अधिकारी और लेखक शरभ नेगी थे. इस सत्र में रोशन जसवाल विक्षिप्त के कविता संग्रह 'मैं बच्चा होना चाहता हूं' का लोकार्पण भी किया गया. कवि आलोचक श्रीनिवास श्रीकांत को समर्पित दूसरा सत्र कविता पाठ का था, जिसकी अध्यक्षता शायर डॉ योग राज योग ने की. इसमें हिमालय मंच और साहित्यिक संगम सोलन के चालीस से अधिक युवा और वरिष्ठ कवियों ने भाग लिया और अपनी अपनी कविताएं पढ़ीं.
इस आयोजन के मुख्य सूत्रधार सोलन जिला राजस्व अधिकारी केशव राम कोली रहे. हिमालय मंच शिमला की ओर से वरिष्ठ साहित्यकार एसआर हरनोट, राजीव पंत, आत्मा रंजन, गुप्तेश्वर नाथ उपाध्याय, स्नेह नेगी, भारती कुठियाला, दीप्ति सारस्वत, सीता राम शर्मा, गुलपाल वर्मा, सतीश रत्न, रमेश डढवाल, कुलदीप गर्ग तरुण, नरेश देयोग, मधु शर्मा कात्यायनी और वंदना राणा उपस्थित रहे. पहले सत्र का संचालन डॉ.प्रेमलाल गौतम और दूसरे सत्र का मदन हिमाचली ने किया. साहित्य उत्सव में राकेश पंत, केआर कश्यप, कौमुदी ढल, सविता ठाकुर, यशपाल कपूर, सतपाल, सुनीता शर्मा, राम लाल वर्मा, हेमंत अत्री, राधा चौहान, शशि भूषण पुरोहित, हेमराज गौड़, संजीव अरोड़ा, राजन तनवर, अतुल कुमार, देवराज शर्मा, कुल राजीव पंत, कृष्णा देवी कोली, चेतना मणि कोली और क्षेत्र के साहित्य प्रेमियों की बड़ी संख्या में उपस्थित रही.