नई दिल्लीः. साहित्य अकादमी ने वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कार 2021 की घोषणा कर दी है. मुख्य पुरस्कार 20 भारतीय भाषाओं के लिए घोषित किए गए हैं.  गुजराती, मैथिली, मणिपुरी और उर्दू भाषाओं के पुरस्कार बाद में घोषित किए जाएंगे. इस पुरस्कार के तहत विजेता को पुरस्कार स्वरूप एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शॉल और एक लाख रुपए की राशि दी जाएगी. साहित्य अकादमी पुरस्कार 2021 के लिए घोषित पुरस्कारों में सात कविता-संग्रह, पांच कहानी-संग्रह, दो उपन्यास, दो नाटक, एक जीवन-चरित्र, एक आत्मकथा, एक महाकाव्य तथा एक आलोचना की पुस्तकें शामिल हैं. हिंदी के लिए दया प्रकाश सिन्हा को उनके नाटक 'सम्राट अशोक' अंग्रेज़ी के लिए नमिता गोखले को उनके उपन्यास 'थिंग्स टू लीव बिहाइंड' पर तथा पंजाबी के लिए खालिद हुसैन को उनके कहानी संग्रह सूलाँ दा सालण पर देने की घोषणा की गई हैं. पुरस्कार 1 जनवरी, 2015 से 31 दिसंबर, 2019 के दौरान पहली बार प्रकाशित पुस्तकों पर दिया गया है.

अन्य भारतीय भाषाओं में जो पुरस्कार मिले हैं, कविता-संग्रहों के लिए पुरस्कृत लेखक हैं: मोदाय गाहाय (बोडो), संजीव वेरेंकार (कोंकणी), हृषिकेश मल्लिक (ओड़िया), मीठेश निर्मोही (राजस्थानी), विन्ध्येश्वरीप्रसाद मिश्र 'विनय' (संस्कृत), अर्जुन चावला (सिंधी), गोराति वेंकन्ना (तेलुगु), कहानी-संग्रह के लिए पुरस्कृत लेखक हैं: राज राही (डोगरी), किरण गुरव (मराठी), निरंजन हांसदा (संताली), अम्बई (तमिल). उपन्यास के लिए अनुराधा शर्मा पुजारी (असमिया) को पुरस्कृत किया गया है. नाटक के लिए ब्रत्य बासु (बाङ्ला), जीवन-चरित्र के लिए डी.एस. नागभूषण (कन्नड), महाकाव्य के लिए छविलाल उपाध्याय (नेपाली), आत्मकथा के लिए जॉर्ज ओनाक्कूर (मलयालम) तथा आलोचना के लिए वली मोहम्मद असीर किश्तवारी (कश्मीरी) को पुरस्कृत किया गया है. इन पुस्तकों को संबंधित भाषा के त्रिसदस्यीय निर्णायक मंडल ने निर्धारित चयन प्रक्रिया का पालन करते हुए पुरस्कार के लिए चुना है. नियमानुसार कार्यकारी मंडल ने निर्णायकों के बहुमत अथवा सर्वसम्मति के आधार पर चयनित पुस्तकों के लिए पुरस्कारों की घोषणा की है.