भोपालः रामकिशन सिंघल फाउंडेशन के संयोजन में शिवपुरी के मूल निवासी और भोपाल के प्रवासी वरिष्ठ कवि अशोक निर्मल के सम्मान में 'सान्निध्य अशोक निर्मल' का आयोजन किया गया. इस अवसर पर गज़ल संग्रह 'गांव कुंवारे रह गए' पर समीक्षात्मक चर्चा हुई. कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध गीतकार हरीशचन्द्र भार्गव ने की तथा मुख्य-अतिथि के रूप में डॉ. हरीप्रकाश जैन हरि मौजूद थे. संचालन नवगीतकार विनय प्रकाश जैन नीरव ने किया. पुष्पहार से अतिथियों का स्वागत करने के उपरांत गीतकार और गजलकार अशोक निर्मल का सम्मान शाल, श्रीफल, सम्मानपत्र के द्वारा किया गया. निर्मल का सम्मान रामकिशन सिंघल फाउंडेशन के सचिव डॉ. महेन्द्र अग्रवाल व अन्य मंचासीन अतिथियों के द्वारा किया. सम्मान-पत्र का वाचन वरिष्ठ कवि और कलाकार अरुण अपेक्षित ने किया. अशोक निर्मल ने अपनी अनेक रचनाओं का पाठ किया.
इस अवसर पर अशोक निर्मल से जुड़े संस्मरण और उनके नव प्रकाशित गजल संग्रह 'गांव कुंवारे रह गए' पर समीक्षात्मक चर्चा में डॉ. हरिप्रकाश जैन, विनय प्रकाश नीरव और अरुण अपेक्षित ने हिस्सा लिया और इस उम्दा संग्रह के लिए निर्मल को बधाई दी. कार्यक्रम में निर्मल की मित्रमंडली व नगर के कई रचनाकार उपस्थित हुए. ऐसे लोगों में उमाचरण श्रीवास्तव उदार, विधिओम श्रीवास्तव, गोपाल अग्रवाल, यूसुफ अहमद कुरेशी, भगवानसिंह यादव, इशरत ग्वालियरी, रूपकिशोर वशिष्ठ, मुकेश अनुरागी, अवधेश सक्सेना, दिनेश वशिष्ठ, विजय भार्गव, रामपंडित, याकूब साबिर, आशुतोष शर्मा आशु, अखलाक खान, आदित्य शिवपुरी, राजकुमार भारती, रामकृष्ण मोर्य, सुनील वंसल आदि उपस्थित थे. इन सबने अशोक निर्मल से जुड़े अपने संस्मरण सुनाए तथा उनके सम्मान में अपनी कविताओं का भी पाठ किया. आभार प्रदर्शन रामकिशन सिंघल फाउंडेशन के सचिव डॉ. महेन्द्र अग्रवाल ने किया.