नई दिल्लीः यह महिला कवियों की एक मधुर शाम थी, जिसमें अतिथि भी थे, अवसर भी, वक्ता और श्रोता भी. सन्निधि संगोष्ठी एवं राष्ट्रीय महिला काव्य मंच की दिल्ली, एनसीआर ईकाई ने संयुक्त रूप से गांधी हिंदुस्तानी साहित्य सभा राजघाट में पिछले दिनों एक सरस काव्य संध्या का आयोजन किया. यह आयोजन राष्ट्रीय महिला काव्य मंच के संस्थापक नरेश नाज़ के दिल्ली आगमन पर उनके सम्मान में दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की इकाई ने किया था. कार्यक्रम की शुरुआत रोमी माथुर ने सरस्वती वंदना से किया. काव्य रस की वर्षा करने वाले रचनाकार थे नीतू सिंह राय, अंजू जैन, रोली मल्होत्रा, मंजू शाक्या, विनीता मेहता, रेनू गोयल, डॉ कल्पना पाण्डेय, आशमा कौल, ज्योति राज, डॉ उर्मिला मिश्रा, गुंजन अग्रवाल. इन सबकी रचनाओं ने न केवल उपस्थित श्रोताओं का मन मोहा बल्कि मुख्य अतिथि भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके.
यह 'काव्य संध्या' राष्ट्रीय महिला काव्य मंच के संस्थापक नरेश नाज़ के सान्निध्य एवं राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्षा डॉ वीणा अग्रवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई. मुख्य अतिथि के रूप में डॉ विनय गौड़ उपस्थित रहीं. डॉ ऋतु अग्रवाल, डॉ कविता त्यागी एवं अति विशिष्ट अतिथि के रूप में साहित्यकार नमिता राकेश उपस्थित रहीं. विशिष्ट अतिथि के रूप में कवयित्री सुषमा सिंह एवं अतिथि के रूप में तुलिका सेठ की उपस्थिति उल्लेखनीय रही. इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि सबने अपने उद्बोधन के साथ-साथ अपनी काव्य रचनाएं भी सुनाईं. कार्यक्रम का संयोजन विष्णु प्रभाकर प्रतिष्ठान के मंत्री अतुल कुमार एवं संचालन नीतू सिंह राय ने किया. मुख्य अतिथि नरेश नाज़ ने इस सफल आयोजन व अपने सम्मान के लिए सबका आभार प्रकट किया. याद रहे कि राष्ट्रीय महिला काव्य मंच अपने स्तर से देश भर की कवयित्रियों को अपने साथ जोड़े हुए है और देश भर में हर सप्ताह कहीं न कहीं काव्य संगोष्ठी और साप्ताहिक साहित्य आयोजन कराता रहता है.