हैदराबाद: उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने रामायण को सर्वकालिक महान ग्रंथ बताते हुए कहा कि यह हमें शिक्षा देता है कि कर्तव्य निर्वहन भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है जितना अपने अधिकारों के लिए दावा करना. शशि किरण की पुस्तक 'श्रीमद् रामायणम' का हैदराबाद में विमोचन करते हुए नायडु ने भगवान राम के जीवन चरित की चर्चा की और कहा कि एक शासक के रूप में उन्होंने नेतृत्व, सुशासन और कानून के शासन में उच्चतम गुणवत्ता की मिसाल पेश की. नायडु ने कहा कि परिवार, जनता और साम्राज्य के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में भगवान राम पूरी मानव जाति के लिए आदर्श हैं.
नायडु ने देश के युवाओं से श्रीराम के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान करते हुए कहा कि भगवान राम ने समाज के हित में निस्वार्थ जीवन दिया, रामायण के एक प्रसंग का हवाला देते हुए नायडु ने अपनी मातृभूमि के प्रति भगवान राम के लगाव पर प्रकाश डाला और युवाओं से इसे हमेशा याद रखने और अपने देश की भलाई के लिए काम करने का आग्रह किया, चाहे वे रोजगार के अवसरों की तलाश में कहीं भी जाएं. इस अवसर पर नायडु ने पुस्तक के लिए लेखक शशि किरण और प्रकाशकों को बधाई दी. उन्होंने विशेष रूप से युवाओं के बीच विभिन्न भारतीय भाषाओं के साहित्य और काव्यों को लोकप्रिय बनाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया और सभी से भारतीय भाषाओं को संरक्षण और उसे बढ़ावा देने का आग्रह किया. कार्यक्रम में लेखक शशि किरण, प्रकाशक एमेस्को विजय कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया.