लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में अखिल भारतीय पत्रकार संघ एवं संस्था रंग भारती द्वारा आयोजित हिंदी पत्रकारिता दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और हिंदी पत्रकारों को सम्मानित किया. इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता को आगे बढ़ाने में गैर हिंदी भाषी लोगों का बहुत योगदान है. समाचारों में सकारात्मक विचार हों. पत्रकारिता का उद्देश्य पूर्व में देश को आजादी दिलाने का था. आजादी के बाद देश में विकास कैसे हो, इस प्रकार का चित्र पत्रकारिता में बनना चाहिए. पत्रकार वास्तव में जनतंत्र के प्रहरी हैं. पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ होने के नाते समाज का प्रबोधन करें. उन्होंने कहा कि समाज को आगे बढ़ाने का उद्देश्य ही पत्रकारिता का संकल्प होना चाहिए. नाईक ने कहा कि 1955-56 में वे स्वयं भी पत्रकार के रूप में कार्य कर चुके हैं. हिन्दुस्थान समाचार में उन्होंने प्रेस नोट लिखने का कार्य किया है. उस समय साइक्लोस्टाईल या फोटोकापी जैसी सुविधा नहीं थी. इसलिए कार्बन कापी से काम चलता था. विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि भारत में अच्छे कार्य के लिए सम्मानित करने की प्राचीन परम्परा है. समय के साथ परिवर्तन के कारण सम्मान के मानक भिन्न हो सकते हैं. समाज में आंतरिक विधान को चलाते रहने का कर्तव्य श्रेष्ठजनों का है. उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में सम्मान प्राप्त लोगों के कर्म और आशाओं को समाज की मान्यता मिलती है. हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता वास्तव में विचार की संवाहक और पोषक है. देश की राजनीति को प्रदूषण से बचाने की जरूरत है. राजनीति जीवन का अंग है पर आज के समय में उसका विपरीत पक्ष भी देखा जा सकता है.
इस अवसर पर सम्मानित होने वालों में हिमाचल प्रदेश के हिंदी प्रेमी पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार को 'अमीर खुसरो रंग भारती सम्मान' देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर दिलीप अग्निहोत्री को 'बाबू राव विष्णु पराड़कर रंग भारती सम्मान', रामेश्वर पाण्डेय 'काका' को 'लक्ष्मी नारायण गर्दे रंग भारती सम्मान', प्रभात रंजन दीन को 'गणेश शंकर विद्यार्थी रंग भारती सम्मान', सद्गुरू शरण को 'रामकृष्ण रघुनाथ खंडिलकर रंग भारती सम्मान' तथा सुमन्त पाण्डेय को 'अज्ञेय रंग भारती सम्मान' देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम में आनन्द सिन्हा, भास्कर दुबे, शिल्पी सेन, राजबहादुर सिंह, प्रणय विक्रम सिंह, शेखर पण्डित, शिवशरण सिंह, एसएम पारी जैसे पत्रकारों को 'हेरम्ब मिश्र सम्मान' तथा उत्तर प्रदेश विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव राजभर को 'राजर्षि टण्डन सम्मान' से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, मंत्री ब्रजेश पाठक, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एसपी सिंह सहित अन्य विशिष्टजन भी उपस्थित थे. कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन एवं धन्यवाद ज्ञापन संस्था रंग भारती के अध्यक्ष श्याम कुमार ने किया. उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया, जिसमें अनुरोध था कि देश का नाम केवल 'भारत' ही होना चाहिए, भारत और इंडिया नहीं.