जयपुरः कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और नोबेल पुरस्कार विजेता वैंकी रामकृष्णन का कहना है कि विज्ञान सिर्फ ज्ञान ही नहीं है, बल्कि इसकी अपनी खूबसूरती भी है. कवि कलाकार चांदनी रात का जैसा वर्णन करते है, हबल दूरबीन से भी रात का आकाश उतना ही खूबसूरत दिखता है. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में 'आज के दौर में विज्ञान की भूमिका' विषय पर अपने मुख्य उद्बोधन में वैंकी ने कहा कि आज के दौर में विज्ञान अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा जरूरी हो गया है. आज हम ऐसी दुनिया में रह रहे है जहां विज्ञान और तकनीक सर्वव्यापी है, लेकिन क्या हम पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना बिजली प्राप्त कर सकते हैं या बढ़ती जनसंख्या के लिए अनाज पैदा कर सकते हैं, इन विषयों पर विचार करना बेहद जरूरी है. आज के दौर में विज्ञान का सही इस्तेमाल बेहद जरूरी है. विज्ञान तथ्यों पर आधारित होता है और यह हमारे आज के दौर की कई चुनौतियों का जवाब दे सकता है.
वैंकी ने कहा कि हमें विज्ञान और गणित का आनंद लेना चाहिए, क्योंकि यह मानव सभ्यता की बड़ी उपलध्ब्धि है और हमारी संस्कृति, इतिहास और साहित्य का हिस्सा भी रहे है. विज्ञान के लिए यह जरूरी नहीं है कि आप कौन हैं और कहां क्या लिख रहे है. विज्ञान में आपका विचार इसलिए स्वीकार होता है कि यह तथ्यों औैर परीक्षणों पर आधारित होता है और इसे बाद में कहीं भी फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है. यूरोप और अमरीका ने विज्ञान का इस्तेमाल किया, वहां औदयोगिक क्रांति हुई और ये देश चीन और भारत से आगे निकल गए. विज्ञान और तकनीक ही आज आर्थिक समृद्वि का कारण बने हुए हैं. जिन देशों के पास संसाधन कम थे, लेकिन तकनीकी ज्ञान थे, वे आगे बढ़ गए. सिंगापुर और स्विट्जरलैंड इसके उदाहरण हैं. ज्ञान सिर्फ समृद्वि ही नहीं देता, इससे जीवन भी बेहतर होता है. आज हम पहले से ज्यादा समय तक जिंदा रह पाते हैं और यह विज्ञान की वजह से ही संभव हुआ है.