नई दिल्ली: इसे संयोग कहें या रणनीति, पर यह सच है कि दुनिया के सबसे लोकतंत्र के चुनावी उत्सव में एक लड़ाई इस बार बौद्धिक वर्ग द्वारा किताबों से भी लड़ी जा रही. देश के दोनों बड़े दलों के पक्ष, विपक्ष और उनके नेताओं पर किताबों की बाढ़ सी गई है. जाहिर भाजपा इस क्षेत्र में भी दूसरों से आगे है. इसी कड़ी में एक तटस्थ किताब हिन्दुस्थान समाचार डिजिटल के संपादक एवं वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी कीबीजेपी कल आज और कलके नाम से आयी है, जिसके विमोचन कार्यक्रम में विपरीत विचारधारा के लोग एक जगह जुटे. इस मौके पर भाजपा के महासचिव राम माधव ने कहा कि सभी विचारों का स्वागत होना चाहिए. भाजपासर्व जन हिताय सर्व जन सुखायकी भावना से काम कर रही है. सभी पार्टियां सत्ता में बनी रहना चाहती हैं. सत्ता पाने के लिए कोशिश भी करती हैं लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि वे सत्ता किस उद्देश्य के लिए हासिल करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा केcevt लिए सत्ता के मायने राष्ट्र सेवा एवं मानव सेवा के साथसबका साथ सबका विकासहै. इसी उद्देश्य को लेकर पार्टी लगातार प्रयासरत है.

हिन्दुस्थान समाचार के समूह संपादक और वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय ने कहा कि विजय त्रिवेदी की पुस्तक बहुत रोचक तरीके से लिखी गई है. अगर कोई भारतीय राजनीति और भाजपा को समझना चाहता है, तो उसके लिए यह किताब उपयोगी साबित होगी. उन्होंने कहा कि इस किताब की खास बात यह है कि इसमें लेखक ने तमाम बातें लोगों के हवाले या उनके अनुभवों के आधार पर लिखी है. राय ने कहा कि इस किताब में उन लोगों के अनुभव शामिल किए गए हैं, जिनकी भारतीय राजनीति और भाजपा की नब्ज पर अच्छी पकड़ रही है. वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने पुस्तक के साथ उसके लेखक की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि विजय त्रिवेदी एक शानदार लेखक एवं पत्रकार हैं. त्रिवेदी पत्रकारिता के सरोकारों से गहरा जुड़ाव रखते हैं, जिसकी झलक इस किताब में दिखती है. यह किताब निष्पक्ष और यथार्थवादी दृष्टिकोण से ओतप्रोत है. आशुतोष ने कहा कि त्रिवेदी की किताबबीजेपी कल आज और कलपढ़ते समय बहुत कुछ सीखने को मिला. यह किताब सिखाती है कि कैसे बिना कटुता के सत्य बात कही जा सकती है. विमोचन कार्यक्रम में आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक केजी सुरेश, हिन्दुस्थान समाचार के उपाध्यक्ष अरविंद मार्डिकर एवं वरिष्ठ पत्रकार शीला भट्ट के साथ पत्रकारिता और सियासत से जुड़े लोग उपस्थित थे.