भोपाल: वनमाली सृजन पीठ द्वारा प्रत्येक दो वर्षों में दिये जाने वाले प्रति‍ष्ठित वनमाली कथा सम्मान, वनमाली कथा आलोचना सम्मान और वनमाली साहित्यिक पत्रिका सम्मान की घोषणा कर दी गई है. इस वर्ष चर्चित कथाकार प्रियंवद को राष्ट्रीय वनमाली कथा सम्मान, कथाकार रणेन्द्र और भगवानदास मोरवाल को वनमाली कथा सम्मान, युवा कथाकार मनोज पांडेय, तरुण भटनागर और गौरव सोलंकी को वनमाली युवा कथा सम्मान दिये जाने की घोषणा हुई है. पीठ ने वरिष्ठ आलोचक विनोद शाही को वनमाली कथा आलोचना सम्मान और युवा आलोचक राहुल सिंह को वनमाली कथा युवा आलोचना सम्मान के लिए चुना है, वनमाली साहित्यिक पत्रिका सम्मान `समकालीन भारतीय साहित्य' को दिये जाने की घोषणा की गई है. जबकि इस वर्ष वनमाली विशिष्ट कथा सम्मान से किरण सिंह और उपासना चौबे को सम्मानित किया जा रहा है.
वनमाली सम्‍मान के चयन की घोषणा संतोष चौबे की अध्‍यक्षता में पांच सदस्‍यीय समिति ने किया, जिसमें मुकेश वर्मा, लीलाधर मंडलोई, बलराम गुमास्‍ता और महेंद्र गगन भी शामिल थे. ये सभी पुरस्कार टैगोर अंतरराष्ट्रीय साहित्य एवं कला महोत्सव 'विश्व रंग' के दौरान 10 नवंबर को दिए जाएंगे. आयोजकों के अनुसार वनमाली स्मृति कथा पुरस्कार समकालीन कथा परिदृश्य में जनतांत्रिक एवं मानवीय मूल्यों की तलाश में लगे कथा साहित्य की पुनप्रर्तिष्ठा करने एवं उसे सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित द्विवार्षिक पुरस्कार है. यह एक ऐसे कथाकार की याद में स्थापित किया गया है जो साहित्य और कर्म के माध्यम से इन्हीं मूल्यों की गरिमा बचाये रखने के लिए जीवनभर संघर्ष करते रहे. इसके अन्तर्गत एक विशिष्ट समय में हिन्दी भाषा में प्रकाशित कथा एवं उपन्यास साहित्य को दृष्टिगत रखकर, रचनाकार का चयन किया जाता है. कथाकार उदय प्रकाश, चित्रा मुद्गल, ममता कालिया, प्रभु जोशी, विनोद तिवारी, हरि भटनागर, मोहम्मद आरिफ, पंकज सुबीर और मंजूर एहतेशाम जैसे वरिष्ठ कथाकार इस पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं.