आजमगढ़ः उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित साहित्यिक सम्मान भारत भारती, साहित्य अकादमी पुरस्कार व पद्मश्री से सम्मानित लेखिका डॉ उषा किरण खान अपने जन्मदिन के अवसर पर साहित्यिक और अकादमिक दौरे पर आजमगढ़ जिले में थीं. वहां उन्होंने सगड़ी तहसील क्षेत्र के आरकेएम कैम्पस में छात्र-छात्राओं व शिक्षकों के बीच अपना जन्मदिन मनाया व उनके साथ संवाद किया. इस दौरान विद्यालय में विविध कार्यक्रम का आयोजन कर प्रतियोगी छात्रों में पुरस्कार वितरण भी किया. इस दौरान उन्होंने नवांतरण विषय के तहत शिक्षा, साहित्य, कला, संस्कृति मंच कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया. सरस्वती वंदना व स्वागत गीत के साथ मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सुप्रसिद्ध लेखिका उषा किरण खान को स्मृति चिह्न व अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया. इस दौरान उन्होंने दीपोत्सव में सम्मिलित प्रतिभागी छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई रंगोली का उन्होंने निरीक्षण किया.
इसके पश्चात लेखक से संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें प्रसिद्ध लेखिका डॉ अर्चना त्रिपाठी व डॉ भावना शेखर से परिचय कराने के साथ ही छात्र-छात्राओं व शिक्षकों के द्वारा आयोजित संवाद में डॉ उषा किरण खान ने जवाब दिया. आरटीएम कैंपस की निदेशिका डॉ.सुनीता सिंह ने उनके लेखन में यथार्थ की मजबूती, अंकुरण, उजाले से आच्छादित व बाढ़ से सामाजिक बिखराव से पुननिर्माण तक की झलक की चर्चा की. उन्होंने डॉ खान की सृजनहार, भावती, पानी पर लकीर जैसी कुछ रचनाओं पर भी प्रकाश डाला. वहीं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में नम्रता, राजीव कुमार, आदित्य सिंह, सुषमा, निबंध प्रतियोगिता में वंशिका, नेहा मिश्रा, मो अफजल, रंगोली प्रतियोगिता में वंशिका, आंचल, करीना, रिमझिम अरोड़ा, युवराज, सुधांशु व मेंहदी प्रतियोगिता में नेहा सिंह, ज्योति प्रभा, सना परवीन, शालिनी सिंह को पुरस्कृत किया गया. इस दौरान पद्मश्री उषा किरण खान का 75वां जन्मदिवस भी मनाया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशिका डॉ सुनीता सिंह व संचालन कुलदीप व पिंटू ने किया. इस मौके पर प्राचार्य डॉ सतीश, कमलदीप, मीनाक्षी, पवन, सुलेह आदि मौजूद रहे.