चंडीगढ़: कला एवं सृजन को समर्पित 'उम्मीद' संस्था द्वारा टीएस सेंटर स्टेट लाइब्रेरी के सहयोग से आयोजित त्रिभाषी कवि दरबार में हिमाचल, पंजाब, हरियाणा व ट्राइसिटी चंडीगढ़ के पंजाबी, उर्दू व हिंदी के 40 के करीब कवि व शायर जुटे और अपनी रचनाओं से बरसात की रिमझिम को और भी यादगार बना दिया. हिंदी के वरिष्ठ कवि, उम्मीद संस्था के संस्थापक व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर कुमार कृष्ण ने घासलेट शीर्षक से अपनी चर्चित कविता पढ़कर सुनाई. कविता की कुछ पंक्तियां थीं- नहीं हो पाती कभी तवे और रोटी की दोस्ती, अगर तुम न होते, पहचान लिया था तुम्हारी ताकत को सबसे पहले, माचिस की नाजुक तीली ने. कैलाश आहलूवालिया ने जीवन की संध्या में एक पुराने पत्र का पुन: आगमन शीर्षक से अपनी कविता सुनाई. शायर अमरजीत अमर के इस शेर को भी खूब सराहा गया- लूटने वाले तो रास्ता ढूंढ ही लेंगे अमर, हर कहीं हर वक्त पहरा हो, जरूरी तो नहीं. युवा शायर शमशेर साहिल ने सुनाया- शजर के उस जिस्म पर साजिशन आरी चल रही है, परिंदों का घर गिराने की तैयारी चल रही है.
डॉ दलजीत कौर ने किरदार शीर्षक से अपनी कविता पढ़ी और डॉक्टर नीरू ने शहर में जंगल शीर्षक से अपनी कविता के जरिए वर्तमान परिवेश को उकेरा. शायर अशोक नादिर ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह की कुर्बानी और कश्मीर के संदर्भ में शेर प्रस्तुत किए. नासिर यूसुफजई ने अपनी दो गजलें प्रस्तुत की. कवि गुरमीत बेदी ने 'धर्म' और 'कवि के भीतर' शीर्षक से अपनी दो कविताएं सुनाईं. पेशे से इंजीनियर कवि एवं अभिनेता विजय कपूर की कविताएं भी बहुत सराही गईं. पांच से भी अधिक घंटे तक चले इस आयोजन में प्रेम विज, मयंक, डा पान सिंह, नरेश कुमार, परमजीत कौर बेदी, शशि कुमार, राजन कौशल, प्रियंका भारद्वाज, वीरेंद्र शर्मा, प्रवीण कुमार, बलवंत तक्षक, प्रो जयचंद, अजय कुमार मौर्य, अर्चना शर्मा ने हिंदी में कविताएं सुनाईं. पंजाबी कवियों और शायरों में डॉ लाभ सिंह खीवा, सुरजीत सिंह, डॉ सुरेंद्र गिल, जगजीत कौर नूरानी, खुशहाल बेज़ार नागा व पाल अजनबी और उर्दू के शायरों में गुरदीप कौर गुल, अशोक नादिर, सुशील हसरत नरेलवी, शमशेर साहिल व यश कंसल की ग़ज़लों व शेरों को खूब दाद मिली. डॉ जयचंद ने मंच संचालन, टीएस सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी की तरफ से निजा सिंह ने धन्यवाद, प्रोफ़ेसर कुमार कृष्ण ने स्वागत और प्रचार सचिव गुरमीत बेदी ने पुस्तकालय अध्यक्ष अंजू गुप्ता का विशेष आभार व्यक्त किया.