नई दिल्ली: हिदी के वरिष्ठ कवि लीलाधर जगूड़ी को वर्ष 2018 के लिए व्यास सम्मान देने का एलान किया गया है। यह सम्मान 2013 में प्रकाशित उनके कविता संग्रह जितने लोग उतने प्रेम के लिए दिया जा रहा है। इस पुरस्कार के तहत लीलाधर जगूड़ी को चार लाख रुपए की नगद राशि दी जाएगी। लीलाधर जगूड़ी को व्यास सम्मान देने का फैसला एक चयन समिति ने किया जिसके अध्यक्ष साहित्य अकादमी के महत्तर सदस्य प्रोफेसर विश्वनाथ तिवारी थे। चयन समिति में प्रोफेसर रामजी तिवारी, पांडे शशिभूषण शीतांशु, राजेन्द्र गौतम, अरुणा गुप्ता और सुरेश ऋतुपर्ण शामिल थे। व्यास सम्मान पिछले दस वर्षों में प्रकाशित कृति पर लेखक को दिया जाता है। जगूड़ी के पहले हिंदी के 27 प्रमुख लेखकों को व्यास सम्मान दिया जा चुका है। 2017 का व्यास सम्मान ममता कालिया को दिया गया था।
लीलाधर जगूड़ी हिंदी के वरिष्ठ कवियों में से एक हैं और उनको अबतक कई सम्मान और पुरस्कार मिल चुके हैं। 2004 में उनको पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा उनको साहित्य अकादमी पुरस्कार, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान का सम्मान, उत्तराखंड गौरव सम्मान आदि मिल चुके हैं। लीलाधर जगूड़ी का जन्म 1 जुलाई 1940 को ट्हरी गढ़वाल के एक गांव में हुआ था। उन्होंने शिक्षक की नौकरी की और उसके बाद उत्तर प्रदेश सूचना विभाग में अधिकारी रहे। इन दिनों देहरादून में रहते हैं। उनकी प्रमुख कृतियां हैं, नाटर जारी है, रात अब भी मौजूद है, भय भी शक्ति देता है, अनुभव के आकाश में चांद आदि हैं।