नई दिल्लीः साहित्य अकादमी ने ‘राष्ट्रीय पुस्तक सप्ताह’ के अवसर पर केंद्रीय पुस्तकालय में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी आईआईटी के संयुक्त तत्त्वावधान में एक पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के उपनिदेशक प्रचालन प्रो टीसी काण्डपाल ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. इस अवसर पर प्रो टीसी काण्डपाल ने कहा कि पुस्तकें मनुष्य की सबसे सच्ची साथी होती हैं और समय बिताने के लिए उनको पढ़ने से बेहतर और कोई साधन नहीं है. उन्होंने सभी से पुस्तकें खरीदने और पढ़ने का आग्रह करते हुए कहा कि हमें पुस्तकों का सम्मान करना चाहिए क्योंकि वे हमें जीवन में सच्चाई के मार्ग में चलने के लिए प्रेरित करती हैं. उद्घाटन समारोह में पु.स. समिति, केंद्रीय पुस्तकालय के अध्यक्ष प्रो एसपी सिंह, पुस्ताकालयाध्यक्ष डॉ नबी हसन, उपपुस्तकालयाध्यक्ष डॉ नीरज चैरसिया, प्रो अनुराग शर्मा एवं साहित्य अकादमी के बिक्री प्रबंधक नवीन कुमार तथा उनके सहयोगी नंद किशोर, आईआईटी के अन्य संकाय सदस्य, विद्यार्थी एवं स्टाफ सदस्य उपस्थित थे.
यह पुस्तक प्रदर्शनी 20 नवंबर तक सुबह 10 बजे से सायं 6 बजे तक खुली रहेगी. पुस्तक प्रदर्शनी में 18 भारतीय भाषाओं की लगभग 1000 पुस्तकें प्रदर्शित की गई हैं. ‘राष्ट्रीय पुस्तक सप्ताह’ के विशेष अवसर पर 14 से 20 नवंबर 2019 तक साहित्य अकादमी के प्रधान कार्यालय तथा मेट्रो स्टेशन स्थित ‘किताबघर’ बिक्री केंद्रों पर प्रतिदिन पुस्तकें विशेष छूट के साथ उपलब्ध रहेंगी. इस अवसर पर आईआईटी स्थित केंद्रीय पुस्तकालय में साहित्य अकादमी द्वारा ‘साहित्य मंच’ एवं ‘वृत्तचित्र प्रदर्शन’ के कार्यक्रम भी किए जाएंगे. ‘साहित्य मंच’ कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात प्रवासी लेखिका सुषम बेदी करेंगी तथा राम कुमार कृषक, अनुभूति चतुर्वेदी एवं सईद अय्यूब रचना-पाठ करेंगे. 19 नवंबर को सायं 4 बजे साहित्य अकादमी द्वारा प्रख्यात हिंदी कवि केदारनाथ सिंह पर के विक्रम सिंह द्वारा निर्देशित एवं प्रख्यात उर्दू शायर शहरयार पर ओबैद सिद्दीक़ी द्वारा निर्देशित वृत्तचित्र प्रदर्शित किए जाएंगे.