रायपुरः छत्तीसगढ़ विधानसभा के आडिटोरियम में पुस्तक 'नरक' का लोकार्पण विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत ने किया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विख्यात टीवी पत्रकार अमृता राय ने की. इस अवसर पर कई लोग मौजूद थे, जिनमें हरिभूमि समूह के प्रधान संपादक हिमांशु द्विवेदी, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, वरिष्ठ पत्रकार गिरीश पंकज, पूर्व सांसद करूणा शुक्ला आदि उपस्थित थे. इस पुस्तक का प्रकाशन वैभव प्रकाशन ने किया है. यह किताब मानव तस्करी के विरुद्ध आवाज उठाने वाली राजेश्वरी सलाम के अनुभवों पर आधारित है. कार्यक्रम की खास बात यह रही कि  सलाम के अनुभवों को सुन विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत ने उन्हें तत्काल विधानसभा में नौकरी देने की घोषणा की.

 भारतीय पंरपरा में नरक का उल्लेख अक्सर मिलता है, खासकर इस संदर्भ में कि, 'बुरे काम मत करो, नहीं तो मरने के बाद नरक में जाओगे'. लेकिन संसार में कुछ अभागे लोग ऐसे भी हैं, जो दूसरे के बुरे कर्मों का शिकार होकर जीते जी नरक में पहुंच जाते हैं और खुद के अच्छे कर्मों के परिणामस्वरूप जीवित अपनी दुनिया में लौट भी आते हैं. इन्हीं में से एक है बस्तर की बेटी राजेश्वरी सलाम, जो ना केवल मानव तस्करों के बनाए नरक से खुद वापस लौटी, बल्कि अपने साथ 60 अन्य लड़कियों को भी बंधनमुक्त करवाया. युवा पत्रकार प्रियंका यादव और विशाल यादव ने काफी अनुसंधान के बाद यह किताब लिखी है.