नई दिल्लीः यूनेस्को के विश्व विरासत केंद्र ने डब्ल्यूएचसी की वेबसाइट पर भारत के यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों का विवरण हिंदी में भी प्रकाशित करने पर सहमति व्यक्त की है. यह बात संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन यूनेस्को द्वारा पेरिस स्थित भारत के स्थायी प्रतिनिधिमंडल से साझा की गई. भारत के स्थायी प्रतिनिधि मंडल ने इसके बाद एक बयान में कहा कि यह घोषणा करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है कि विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर, विश्व विरासत केंद्र के निदेशक ने हमें सूचित किया कि यूनेस्को का विश्व धरोहर केंद्र अब भारत में स्थित यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों के हिंदी विवरण को भी डब्ल्यूएचसी की वेबसाइट पर प्रकाशित करने के लिए तैयार हो गया है. केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी इस बात की जानकारी कुछ दिन पहले ही ट्वीट कर दी थी.
रेड्डी ने ट्वीट में कहा कि विश्व हिंदी दिवस पर यूनेस्को द्वारा भारत के विश्व धरोहर स्थलों के हिंदी विवरण को अपनी डब्ल्यूएचसी की वेबसाइट पर प्रकाशित करने का निर्णय हर भारतीय और हिन्दी प्रेमी के लिए गर्व की बात है. उन्होंने आगे कहा कि यह ऐतिहासिक निर्णय हिंदी का उत्सव है, जो भाषा को वैश्विक मान्यता सुनिश्चित करता है. याद रहे कि हिंदी की विश्वव्यापी प्रतिष्ठा के लिए कूटनीतिक स्तर पर भी 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है.‌ इस अवसर पर वर्ल्ड हेरिटेज सेंटर के निदेशक ने यूनेस्को, पेरिस को भारत के स्थायी प्रतिनिधि मंडल को यह सूचित करने के लिए कहा. दर असल अब पूरा विश्व यह मानने लगा है कि भारत की मातृभाषा हिंदी है और करोड़ों लोग इसे बोलते हो समझते हैं. भारत के बाहर भी अब विदेशों में रह रहे अधिकांश लोग आपसी बातचीत में हिंदी का प्रयोग करते हैं. यही नहीं बहुत से ऐसे विदेशी भी हैं जो हिंदी भाषा का प्रयोग करते हैं.