मुंशी प्रेमचंद को उनकी जयंती पर पूरे देश ने याद किया. सोशल मीडिया के सभी मंचों पर उनकी चर्चा, कहानी-पाठ के साथ नए पुराने साहित्यप्रेमियों ने इस अनूठे कलमकार को याद किया. खास बात यह कि देश के राजनीतिज्ञों ने ट्विटर पर अपने खास अंदाज में कथा सम्राट को याद किया. गृहमंत्री अमित शाह ने ट्विट में लिखा, मुंशी प्रेमचंद जी ने एक गरीब परिवार से आने के बाद भी देश की आजादी के लिए गांधी जी के आह्वान पर अपनी नौकरी छोड़ दी थी. स्वाधीनता संग्राम में उन्होंने राष्ट्रभक्ति से ओत प्रोत सोज़े वतननाम का कहानी संग्रह लिखा. उनकी जयंती पर मैं युवाओं से उनकी रचनाओं को पढ़ने का आग्रह करता हूँ.' भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने लिखा, “साहित्य के द्वारा समाज में प्रेम और भाईचारे का संदेश देने वाले कलम के अद्भुत सिपाही, महान उपन्यासकार 'मुंशी प्रेमचंद जी' की जयंती पर उन्हें सादर नमन.आपके द्वारा लिखे गोदान, गबन, रंगभूमि एवं सोजे वतन जैसे उपन्यास आज भी युवाओं को मानवीयता और राष्ट्रभक्ति का पाठ सिखाते हैं.
खास बात यह कि विपक्षी नेताओं ने इस अवसर पर भी सियासत नहीं छोड़ी. कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने लिखा, “गरीबों के दुख में, उपेक्षा व कर्ज में पिसते किसानों की बेबसी में, निर्मम सरकारी झूठ में- #मुंशी_प्रेमचंद के किरदार आज भी मौजूद हैं. मुंशीजी कहते थे क्या बिगाड़ के डर से ईमान की बात नहीं करोगे’. वर्तमान व्यवस्था पर साहस के साथ सवाल उठाना ही प्रेमचंद जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.हालांकि मीसा भारती के शब्द थोड़े सधे हुए थे.आम बोलचाल की भाषा में गहन अर्थ से भरी आम जन जीवन से जुड़ी सच्चाई का जीवंत चित्रण करने वाले महान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद जी को उनकी जयंती पर नमन.”