लखऩऊ: सुनहले पर्दे का ख्वाब सत्र के पहले दर्शक अचानक से चौंक गए जब उनको पता चला कि बॉलीवुड अभिनेत्री महिमा चौधरी उनके बीच मौजूद हैं। संचालन कर रहे मनोज राजन त्रिपाठी ने महिला चौधरी की एक फिल्म का गीत गाकर उनका स्वागत किया तो हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। महिला चौधरी ने फिल्म जगत की अपनी यात्रा को साझा किया तो मी-टू कैंपेन पर भी बेबाकी से राय रखी। उत्तर प्रदेश के शामली में पैदा होने वाली महिमा ने अपनी सफलता का सारा श्रेय मां को दिया। कहा, मेरे फिल्मी कॅरियर की शुरुआत मॉडलिंग से हुई थी। एक विज्ञापन में काम मिलने के बाद लोगों ने नोटिस किया, फिर परदेस में ब्रेक मिला।

उन्होंने मी-टू कैंपेन को सही ठहराते हुए कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में कई लड़कियां इसकी शिकार हुई हैं। हालांकि,  उन्होंने यह भी स्वीकार किया कई मामलों में इसका दुरुपयोग भी हुआ है। जरूरी नहीं कि हर मामला सही हो।
जब भावुक हुईं महिमा
इस समय पर्दे से गायब रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं आज जो कुछ हूं मां की बदौलत हूं। उन्होंने पढ़ाई से लेकर कॅरियर तक के हर मोड़ पर मेरा साथ दिया। आंखों में छलके आंसुओं को पलकों की दहलीज पर रोकते हुए महिमा ने कहा कि इस समय मां की तबीयत ठीक नहीं है इसलिए मेरा फोकस उन्हीं पर है।