नई दिल्लीः बाल साहित्य के क्षेत्र में दिया जाने वाला चर्चित हरिकृष्ण देवसरे बाल साहित्य पुरस्कार इस साल लखनऊ के रचनाकार रमा शंकर को उनके उत्कृष्ट कहानी संग्रह 'मिशन ब्लू प्लैनेट' के लिए दिया गया. स्थानीय साहित्य अकादमी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ गीतकार बालस्वरूप राही, हरिकृष्ण देवसरे न्यास की अध्यक्ष विभा देवसरे ने रमा शंकर को 75 हजार रुपए की सम्मानराशि, प्रतीक चिह्न, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. रमा शंकर बाल साहित्य रचना में विज्ञान और संस्कृति ने अनूठे समन्वय के लिए जाने जाते हैं. वह बाल साहित्य के अतिरिक्त फिल्म लेखन में सक्रिय हैं. इस दौरान कहानी संग्रह 'मिशन ब्लू प्लैनेट' की भी चर्चा हुई. वरिष्ठ बाल साहित्यकार डॉ उषा यादव ने इस संग्रह की समीक्षा की, तो बाल साहित्यकार सुरेंद्र विक्रम ने हरिकृष्ण देवसरे के योगदान पर प्रकाश डाला. इस दौरान बाल साहित्यकार भैरुलाल गर्ग और विभा देवसरे को उनके साहित्यिक योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया.
याद रहे कि हरिकृष्ण देवसरे के नाम पर गठित यह पुरस्कार 'हरिकृष्ण देवसरे बालसाहित्य न्यास' द्वारा वर्ष 2013 से दिया जा रहा है. 'हरिकृष्ण देवसरे चिल्ड्रेन्स लिटरेचर ट्रस्ट' एक ग़ैर सरकारी संगठन है जिसकी देखरेख उनके परिवारजनों और भारतीय बालसाहित्य की शीर्ष एवं विशिष्ट हस्तियों के कुशल मार्गदर्शन में किया जाता है. डॉ हरिकृष्ण देवसरे भारतीय बाल साहित्य के उन अग्रणी लेखकों में शुमार हैं, जिन्होंने भारतीय बालसाहित्य को राजा रानी और परियों की कहानियों से आगे बढ़ा आज के युग और समाज में हो रहे वैज्ञानिक, तकनीकी और सामाजिक बदलाव के साथ जोड़ा और बच्चों की मानसिकता को समझ उसे साहित्य में रुचिपूर्ण ढंग से समाहित किया. शिप्रा भारती के अनुसार 'हरिकृष्ण देवसरे चिल्ड्रेन्स लिटरेचर ट्रस्ट' का यह सतत प्रयास है कि यह पुरस्कार न केवल हिंदी बालसाहित्य में अपितु समूचे भारतीय बालसाहित्य का सबसे सम्मानित पुरस्कार बन कर उभरे. इस साल हरिकृष्ण देवसरे बालसाहित्य पुरस्कार के निर्णायक मंडल में वरिष्ठ बाल साहित्यकार डॉ दीविक रमेश, नंदन पत्रिका की संपादक जयंती रंगनाथन और डॉ उषा यादव शामिल रहीं.