नई दिल्ली: पिछले तीन सप्ताह से चल रहे महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स 'मेटा' के 15वें संस्करण का वर्चुअल अवॉर्ड सेरेमनी के साथ समापन हुआ. दुनिया भर में कोविड-19 के प्रकोप के बीच रचनात्मकता और कला का समर्थन करने के दृढ़ विश्वास के साथ महिंद्रा ग्रूप ने इस साल मेटा समारोहों को ऑनलाइन किया. महिंद्रा ग्रूप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने 15वे मेटा के सभी विजेताओं और लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित बैरी जॉन को शुभकामना देते हुए कहा कि मुझे गर्व है कि इस मुश्किल समय में भी हम सब देश कोनों में रह कर भी एकजुट हो सके हैं और इस शानदार समारोह का जश्न माना पा रहे हैं. ज्यूरी, सभी भाग लेने वाले नाट्यकार और मेटा का संचालन करने वाली टीमवर्क आर्ट्स का धन्यवाद. मेटा की ज्यूरी ने सभी नामांकित रचनायें ऑनलाइन ही देखी और उनपर चर्चा, विचार और विजेताओं का निर्णय भी ऑनलाइन मिल कर ही किया. 2020 की ज्यूरी में महेश दत्तानी, मकरंद साठे, सुषमा सेठ, विनय पाठक और लिलेट दुबे शामिल थे.
ज्यूरी के सदस्यों ने ब्लैक बॉक्स ओखला के नाटक 'फोर द रेकॉर्ड' की काफ़ी सराहना की. निखिल मेहता द्वारा निर्देशित इस नाटक ने बेस्ट प्ले के साथ-साथ इस साल सबसे अधिक श्रेणियों में अवॉर्ड हासिल किए. विजया राधाकृष्णन की भूमिका में कृति पंत ने बेस्ट एक्टर इन ए लीड रोल (फीमेल) और नीरज कक्कर की भूमिका में ध्वनि विज ने बेस्ट एक्टर इन ए सपोर्टिंग रोल (फीमेल) प्राप्त किया. इसके अलावा 'फॉर द रेकॉर्ड' को बेस्ट एन्सेम्बल और बेस्ट ओरिजिनल स्क्रिप्ट का भी खिताब मिला जिसे निखिल मेहता, ध्वनि विज, कृति पंत, कृत्तिका भट्टाचार्जी, क्षितिज मर्विन, नील सेनगुप्ता, निहारिका लाइरा दत्त और प्रशांत प्रकाश ने साथ मिलकर रचा है. निखिल मेहता के साथ 'द ओल्ड मैन' के निर्देशक साहिदुल हक ने बेस्ट डाइरेक्टर का अवॉर्ड साझा किया. पुर्वी भारत में रंगमंच की गौरवशाली प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए असम से ऑर्किड थियेटर के नाटक 'द ओल्ड मैन' और पश्चिम बंगाल से ठाकुरपुकुर इच्छेमोतो के नाटक 'घूम नेइ' ने चार-चार अवॉर्ड प्राप्त किए. यह सूची काफी लंबी है. इस वर्ष देशभर से 385 से भी अधिक नाटकों की प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं. हिंदी और अंग्रेजी भाषा के नाटकों के साथ-साथ इस वर्ष के नामांकन में हिंदुस्तानी, बंगाली, मराठी, मलयालम, असमिया और एक गैर-मौखिक नाटक भी शामिल रहे.