नई दिल्लीः केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 'मसाला सांख्यिकी एक नजर में 2021' पुस्तक का विमोचन किया. यह पुस्तक अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी प्रकाशित है, जिसमें सभी मसालों के आंकड़ों का संग्रह किया गया है. इन आंकड़ों में क्षेत्र, उत्पादन, उत्पादकता, निर्यात, आयात, कीमत और देश में उत्पादित विभिन्न मसालों के उत्पादन के मूल्य शामिल हैं. पुस्तक का प्रकाशन कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तहत सुपारी और मसाला विकास निदेशालय (डीएएसडी) ने किया है. यह राष्ट्रीय स्तर पर मसालों के क्षेत्र और उत्पादन अनुमानों के संग्रह व संकलन के लिए नोडल एजेंसी है. यह पुस्तक देश में पिछले सात वर्षों के दौरान यानी 2014-15 से 2020-21 तक मसाला क्षेत्र की प्रगति को रेखांकित करती है और बताती है कि देश में मसालों का उत्पादन 7.9 फीसदी वार्षिक वृद्धि दर के साथ 2014-15 में 67.64 लाख टन से बढ़कर 2020-21 में 106.79 लाख टन हो गया. वहीं, इस दौरान मसाला क्षेत्र 32.24 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 45.28 लाख हेक्टेयर हो गया है.
उत्पादन में भारी उछाल ने निर्यात के लिए गुणवत्तापूर्ण मसालों की उपलब्धता सुनिश्चित की है. यह मसालों के निर्यात में बढ़ोतरी के आंकड़ों में दिखता है. उपरोक्त अवधि के दौरान मसालों का निर्यात 14,900 करोड़ रुपए मूल्य के 8.94 लाख टन से बढ़कर 29,535 करोड़ रुपए के 16 लाख टन तक हो गया है. इस दौरान मात्रा के लिहाज से 9.8 फीसदी वार्षिक वृद्धि दर और कीमत के लिहाज से मूल्य में 10.5 फीसदी वृद्धि दर दर्ज की गई. देश के सभी बागवानी फसलों से प्राप्त कुल निर्यात आय में मसालों का योगदान 41 फीसदी है. वहीं, यह कृषि कमोडिटिज में केवल समुद्री उत्पादों, गैर-बासमती चावल और बासमती चावल से पीछे चौथे स्थान पर है. देश में इन मसालों के उत्पादन में शानदार बढ़ोतरी कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की विभिन्न विकास कार्यक्रमों के कारण हुई है. इनमें एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच), राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई), परंपरागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) आदि शामिल हैं. कोरोना महामारी की अवधि के दौरान विशेष रूप से मसालों को स्वास्थ्य पूरक के रूप में मान्यता देने की वजह से मसालों की मांग में काफी बढ़ोतरी हुई है. यह हल्दी, अदरक, जीरा और मिर्च आदि मसालों के निर्यात में बढ़ोतरी के आंकड़ों में साफ दिखता है.