मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी आगामी 14 ,15 ,16 सितंबर को भोपाल में तीन दिवसीय 'साहित्य महोत्सव' का आयोजन कर रही है, जिसकी तैयारियां जोरों पर है. राज्य की साहित्य अकादमी ने इसके प्रचार-प्रसार में देशभर के साहित्यकारों और लेखकों को जोड़ने लिए अपनी वेबसाइट के अलावा सोशल मीडिया का भी सहारा लिया है. व्हाट्स एप पर बाकायदा साहित्य मोहोत्सव के नाम पर समूह बनाया गया है, जिसमें देश के हिंदी भाषी प्रांतों के अतिरिक्त गैर हिंदी राज्यों के प्रत्येक जिले से प्रतिभागियों को आमंत्रित किया जा रहा है.
इन भाषा साहित्य शुभचिंतकों को अपने जिले की भाषा, बोलियों तथा साहित्य पर विचार विमर्श में भागीदारी निभानी है. साथ ही साथ साहित्यिक और भाषाई सर्वेक्षण तथा संकलन कार्य में योगदान करना है. प्रतिभागियों के लिए लिए भोजन, सामूहिक आवास की नि:शुल्क सुविधा के साथ ही आवागमन हेतु किराए का भी भुगतान किया जाएगा. इस महोत्सव में प्रतिभागिता के लिए इच्छुक साहित्य तथा भाषा प्रेमी अकादमी की वेबसाइट पर जाकर साहित्योत्सव पंजीकरण के तहत पंजीकरण करा सकते हैं. जहां उन्हें अपने व्यक्तिगत विवरण के साथ ही साहित्यिक परिचय भी भरना होगा. यथा उनकी रूचि, साहित्यिक कृतियां, हिंदी में अनुवाद और लेखन विधा का विस्तार से ब्योरा देना होगा.
इसके लिए अकादमी ने 'साहित्य में रूचि' कॉलम के तहत कृतित्व, हिंदी में अनुवाद करने की क्षमता, विधा- कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक, अनुवाद, आलोचना, गीत, ग़ज़ल, सामाजिक शोध, इतिहास शोध और भाषा अध्ययन के अलावा 'सहभागिता की कोटि' के अंतर्गत- पुरस्कृत रचनाकार, पत्रिका सम्पादक, संस्था संयोजक, पाण्डुलिपि अनुदान प्राप्तकर्ता, पाठक मंच संयोजक, पाठकमंच अनुमोदित रचनाकार, अंतर्राष्ट्रीय संवाद सहभागी, निरंतर सृजन संवाद सहभागी, साक्षात्कार रचनाकार, साक्षात्कार सदस्य, साहित्य अकादमी के विमर्श में सहभागिता, जनपदीय प्रतिभागी, मध्यप्रदेश के कवि, अहिंदीभाषी हिंदी रचनाकार जैसी श्रेणियां भी बनाई हैं.