भोपाल: लेखकों, पत्रकारों और साहित्यकारों को सम्मानित करने में मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद भोपाल अव्वल है. अकादमी अपनी विभिन्न पुरस्कार योजनाओं के अंतर्गत अलग-अलग विधाओं में प्रकाशित श्रेष्ठ कृतियों के लिए 1,00,000 रुपए का अखिल भारतीय पुरस्कार और 51,000 रुपए के प्रादेशिक पुरस्कार देती है. इसके अलावा प्रदेश के रचनाकारों की श्रेष्ठ पाण्डुलिपियों को 20,000 रुपए अनुदान भी मिलता है. संस्कृति विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के वर्ष 2017 के पांच अखिल भारतीय और नौ प्रादेशिक पुरस्कारों के साथ ही उन चालीस पाण्डुलिपियों को भी सहायता अनुदान देने की घोषणा की, जिन्हें इस साल चयनित किया गया था.
साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. उमेश कुमार सिंह के अनुसार इस साल के पं. माखनलाल चतुर्वेदी (निबंध) सम्मान के लिए कृष्णकांत चतुर्वेदी (जबलपुर) की कृति 'अनुवाक्' को, गजानन माधव मुक्तिबोध (कहानी) सम्मान भोपाल की उषा जायसवाल की 'चरण स्पर्श' कृति को, राजा वीरसिंह देव (उपन्यास) सम्मान ग्वालियर के जगदीश तोमर की कृति 'नीलकंठ का स्वप्न' को, आचार्य रामचन्द्र शुक्ल (आलोचना) सम्मान अंडमान के डॉ. व्यासमणि त्रिपाठी की कृति 'जगन्नाथ दास रत्नाकर' को और पं. भवानी प्रसाद मिश्र (कविता) सम्मान जयपुर के इंदुशेखर तत्पुरुष की 'पीठ पर आंख' कृति को दिया जाएगा.
साल 2017 के लिए कुल नौ प्रादेशिक पुरस्कार पं. बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' (उपन्यास) डॉ. मोहन तिवारी (भोपाल) को 'वैदेही' के लिए, सुभद्रा कुमारी चौहान (कहानी) इंदौर के गोपाल माहेश्वरी को 'पहली वाली बस' के लिए, श्रीकृष्ण सरल (कविता) इंदौर के राकेश शर्मा को 'स्त्री और समुद्र' के लिए, नंददुलारे वाजपेयी (आलोचना) जबलपुर की डॉ. स्मृति शुक्ला (जबलपुर) को 'हिन्दी साहित्य कुछ विचार' के लिए, हरिकृष्ण प्रेमी (नाटक/एकांकी) भोपाल की रंजना चितले को 'झलकारी' के लिए, राजेन्द्र अनुरागी (व्यंग्य, ललित निबंध, आत्मकथा, संस्मरण आदि) इंदौर की डॉ. पद्मा सिंह को 'आत्मज्ञान में जगत दर्शन' के लिए, दुष्यंत कुमार (प्रदेश के लेखक की पहली कृति) भोपाल की ममता वाजपेयी को 'भाव पंखी हंस' के लिए, ईसुरी (लोकभाषा विषयक) भोपाल डॉ. गंगाप्रसाद गुप्त बरसैया को 'बुंदेली निबंध' के लिए एवं जहूर बख्श (बाल साहित्य) भोपाल की डॉ. प्रीति प्रवीण खरे को 'निंदिया के पंख लगे' के लिए दिया जाएगा.
साल 2017 के लिए कुल 40 पांडुलिपि सहायता अनुदान के अंतर्गत डॉ. वर्षा चौबे, पुरुषोत्तम तिवारी, डॉ. वेद प्रकाश दुबे, प्रतिभा द्विवेदी, डॉ. शिरोमणि सिंह पथ, सीताराम अहिरवार, हीरालाल पारस, धर्मेन्द्र अहिरवार, सुदर्शन व्यास, रागिनी स्वर्णकार, भाऊराम महंत, दुष्यंत दीक्षित, जया केतकी, मनीष पारासर, अनुराग तिवारी, प्रांजल श्रीवास्तव, रेखा दुबे, रोशन मनीष, अनिल शर्मा मयंक, प्रदीप सोनी ,जगदीश प्रजापति, राजेश अजनवी, नीना सिंह सोलंकी, डॉ. विकास दवे, सीमा जैन, अनिल अग्रवाल, ओमप्रकाश मिश्र, राजेश लिटौरिया, प्रकाश शर्मा, डॉ. पूजा उपाध्याय, ज्योति आजाद खत्री, अर्चना मुखर्जी अंश, रवींद्र सिंह परमार, अनुपमा श्रीवास्तव, राकेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ. विनीता राहुरकर, कीर्ति प्रदीप वर्मा, रश्मिचन्द्र गुप्त, श्यामलाल अहिरवार और सरिता अनामिका को दिया जाएगा.