भोपालः बिदेसिया भिखारी ठाकुर का सबसे प्रसिद्ध नाटक है. इस नाटक का मुख्य विषय विस्थापन है. रोजी-रोटी की तलाश में विस्थापन, घर में अकेली औरत का दर्द, शहर में पुरुष का पराई औरत के प्रति मोह इस नाटक का मुख्य बिंदु है. मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में रंगप्रयोगों के प्रदर्शन की साप्ताहिक श्रृंखला 'अभिनयन' में छपरा निवासी जैनेन्द्र दोस्त के निर्देशन में लोकनाट्य शैली में भोजपुरी के इसी नाटक 'बिदेसिया' का मंचन संग्रहालय सभागार में हुआ. बिदेशिया नाट्य प्रस्तुति के दौरान मंच पर रामचंद्र मांझी, शिवलाल बारी, लखीचंद मांझी, शंकर राम, रघु पासवान, जगदीश राम, रकजकुमार और जैनेन्द्र दोस्त आदि ने अपने अभिनय कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. प्रस्तुति के दौरान हारमोनियम पर जलेश्वर माली, ढोलक पर भरत ठाकुर, तबले पर श्रीराम, गायन में रामचंद्र मांझी, रसीद मियां और विजय राम, वस्त्रसज्जा में प्रियंका कुमारी और मंच व्यवस्था में रंजीत कुमार राम ने सहयोग किया. जैनेन्द्र दोस्त कई वर्षों से रंग कर्म के क्षेत्र से जुड़े हैं.
बिदेसिया की कहानी में गांव का एक युवक बिदेसी शादी के बाद अपनी पत्नी प्यारी सुंदरी को छोड़कर रोजी-रोटी कमाने के लिए कलकत्ता चला जाता है. कलकत्ता में बिदेसी एक रूपवती स्त्री रखेलिन के चक्कर में फंस जाता है तथा अपनी पत्नी प्यारी सुंदरी को भूल जाता है. उधर गांव में प्यारी सुंदरी पति कि याद में रोती-कलपती रहती है और अपना दुःख कलकत्ता कमाने जा रहे बटोही को सुनाती है. बटोही उसे आश्वस्त करता है कि वह उसके पति तक उसका संदेश अवश्य ही पहुंचाएगा. बटोही कलकत्ता चला जाता है. इसी बीच गांव का एक मनचला युवक देवर बनकर प्यारी सुंदरी से बलात्कार करने आता है. प्यारी सुंदरी दृढ़ता और साहस से उस नकली देवर का मुकाबला करती है. उधर कलकत्ता पहुंचने के बाद बटोही बिदेसी को खोज लेता है और उसे उसकी पत्नी प्यारी सुंदरी की स्थिति से अवगत कराता है. बिदेसी की चेतना लौटती है, वह घर लौटने का निश्चय करता है. रखेलिन इस निश्चय का विरोध करती है. रखेलिन बिदेसी को वापस न जाने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन देती है. अंततः बिदेसी वापस घर लौटता है. बिदेसी को वापस आया देख प्यारी सुंदरी की खुशी का ठिकाना नहीं रहता. उधर रखेलिन भी कलकत्ता से अपने दोनों बच्चों के साथ बिदेसी के गांव पहुंचती है. बिदेसी इन्हे देख अचंभित होता है. हां-ना और अनुनय-विनय के बाद सभी हिलमिल कर गांव में साथ रहने लगते हैं.