वाराणसी: भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक केन्द्र काशी में तीन दिवसीय 'काशी फिल्म महोत्सव' का आयोजन हुआ. इसका आरंभ उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति व धर्मपाल मंत्री नीलकंठ तिवारी, सूचना प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा, उत्तर प्रदेश सूचना सचिव नवनीत सहगल, सिने कलाकार अनुपम खेर, रवि किशन, सतीश कौशिक आदि की मौजूदगी में हुआ. उद्घाटन सत्र में मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि पूरे विश्व के लिए काशी से संदेश निकल रहा है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में काशी की गौरवशाली इतिहास और परंपरा को और समृद्ध किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वाराणसी के कण कण में शंकर बसते हैं और यहां के हर व्यक्ति के अंदर दर्शन है. फिल्म स्टार अनुपम खेर ने कहा कि भारतीय सिनेमा उद्योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखने की जरूरत है. यहां बनने वाली स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर फिल्मों का अलग-अलग दायरा है. भारत में जिधर कैमरा घुमाइए उधर कुछ ना कुछ दिखाई देता है. इन चीजों को फिल्म के माध्यम से आगे बढ़ाने की जरूरत है. उद्योग बंधु के अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के जेवर में फिल्म सिटी का निर्माण हो रहा है. इससे यहां के कलाकारों को खूब अवसर मिलेंगे.

सिनेस्टार और सांसद रवि किशन ने कहा कि इस समारोह से स्थानीय परंपरा को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा. सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि काशी फिल्म महोत्सव की नींव गोवा में आयोजित फिल्म महोत्सव के दौरान रखी गई थी. इस आयोजन से देश के अंदर फिल्म के पहचान को और गति मिलेगी. यूपी में फिल्म के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में विकास के कार्य तेजी से किए जा रहे हैं. इस तरह के आयोजन और फिल्म सिटी के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार बधाई के पात्र हैं. गायक कैलाश खेर ने अपनी प्रस्तुति देकर काशी वासियों को रोमांचित किया. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में मनोज जोशी की प्रस्तुति भी आकर्षण का केन्द्र रही. इस आयोजन से हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत और नृत्य के दर्शन के साथ ही यहां रहकर देश में विख्यात हुए दार्शनिक कवि, लेखक, संगीतज्ञों और बनारस घराने की यादें भी ताजा करने का प्रयास हो रहा है. याद रहे कि भगवान शिव की नगरी में फिल्म बंधु, उत्तर प्रदेश सरकार, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से पहली बार काशी फिल्म महोत्सव का आयोजन किया गया.