नई दिल्लीः भारतीय साहित्यकार संगठन ने वर्तमान लोकसभा-चुनाव में साहित्यकारों और देशवासियों से अपील करते हुए कहा है कि वे अपना बहुमूल्य वोट और समर्थन उस दल को दें, जिसने देश की राष्ट्रीय चेतना, आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा तथा स्वाभिमान की श्रीवृद्धि की है. कांस्टीट्यूशन क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस में वरिष्ठ लेखक नरेन्द्र कोहली, कुमुद शर्मा, अजनिवेश अवस्थी और दया प्रकाश सिन्हा ने इस बाबत एक अपील जारी की। वर्तमान में देश विश्व-पटल पर एक सम्मानित स्थान रखता है. विदेशों में देश के नागरिकों का स्वाभिमान बढ़ा है, हमारा आयात-निर्यात सुदृढ़ हुआ है और हम विकासशील देशों से कंधे-से-कंधा मिलाकर चल रहे हैं. संगठन ने कहा है कि हमारा वोट उसके लिए है, जिसने देश के युवाओं के लिए स्वरोजगार तथा कौशल विकास को परिवर्धित किया है, जिसने देश का चहुँमुखी विकास किया है और उन्नत शैक्षणिक वातावरण निर्मित किया है, जो दलित-समाज, पिछड़ा-वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और अल्पसंख्यकों के उत्थान एवं मान-सम्मान के लिए सिर्फ वादे ही नहीं करता, बल्कि उसे कार्यरूप में परिणत करता है अर्थात् 'सबका साथ, सबका विकास.
हमारा वोट उसे है, जिसने देश के पूर्वोत्तर भाग के लोगों को एक भारतवासी के रूप में स्वयं को सम्मानित अनुभव करने का वातावरण बनाया. कश्मीर, आतंकवाद, अलगाववाद और तुष्टीकरण का जिक्र करते हुए संगठन ने कहा है कि हमारा वोट उसे है, जिसने न केवल देश के भीतर आतंकवादियों की नकेल कस दी है, अपितु विदेश में जाकर भी उसके नाकों चने चबवाए हैं, और जो कश्मीरी हिंदुओं की घर-वापसी का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं. लोकतंत्र-विरोधी, मानवता-विरोधी, जाति-पांति और सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने वाले राजनीतिक दलों से सावधान रहने और भ्रष्टाचार में डूबे नेताओं से सावधान रहने की अपील करते हुए संगठन ने कहा है कि इसीलिए हमारा वोट सदाचारी और सत्यनिष्ठ राजनेताओं के लिए है. भारतीय लोकतंत्र में संविधान का महत्त्व सर्वोपरि है. अतः हम साहित्यकार देशवासियों से अपील करते हैं कि आप अपना बहुमूल्य वोट देश की अखंडता, सुरक्षा, स्वाभिमान, संप्रभुता, सांप्रदायिक सद्भाव, सर्वांगीण विकास आदि को बनाए रखने के लिए दें. संगठन ने दावा किया किदेश के हम सभी साहित्यकार केंद्र की सत्ता में योग्य, कर्मठ एवं समर्पित राष्ट्रसेवकों को पदस्थापित करने तथा 'राष्ट्र और राष्ट्रवासी सर्वोपरि' की अवधारणा को बनाए रखने के लिए एक सुदृढ़ तथा स्थायी सरकार बनाने में अपना महत्त्वपूर्ण वोट देने के लिए कृतसंकल्प हैं. हम सभी साहित्यकार, देशवासियों से अपील भी करते हैं कि वे ऊपर उठाए गए मुद्दों के प्रति प्रतिबद्ध एवं अंतिम जन तक विकास की नई धारा प्रवाहित करनेवाले नेता नरेन्द्र मोदी को अपना समर्थन दें. संगठन की तरफ से चार सौ साहित्यकारों के नाम का उल्लेख किया गया है.