लंदनः मुंबई की रहने वाली भारतीय लेखिका एनी जैदी ने ब्रिटेन में का प्रतिष्ठित 'नाइन डॉट्स' पुरस्कार जीता है. एक लाख डॉलर का  यह पुरस्कार विश्व के किसी भी लेखक को समसामयिक मुद्दों पर उसके नवोन्मेषी विचारों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है. जैदी रिपोर्ताज, निबंध, लघु कहानियां, कविताएं और नाटक लिखती हैं. उन्होंने यह पुरस्कार अपनी प्रविष्टि 'ब्रेड, सीमेंट, कैक्टस' के लिए जीता. यह पुस्तक भारत में उनके जीवन अनुभवों में रचे-बसे स्मरण और घर एवं संपत्ति की अवधारणा को तलाश करते रिपोर्ताज का मिश्रण है. एनी ने इस कृति में इस सवाल का जवाब देने की कोशिश की है कि एक आम नागरिक की घर को लेकर धारणा किस तरह बनती बिगड़ती है. इस पुरस्कार के लिए प्रतिभागियों को 3,000 शब्द में एक विषय पर निबंध लिखना होता है. नाइन डॉट्स पुरस्कार जीतने वाले विजेता को अपने जवाब को एक पुस्तक के रूप में ढालने के लिए सहयोग देता है, जिसे कैंब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस प्रकाशित करता है.

नाइन डॉट्स पुरस्कार जीतने पर  एनी जैदी की प्रतिक्रिया थी, यह पुरस्कार जिस तरह से नए लोगों को बिना सीमा या अंकुश के सोचने के लिए प्रोत्साहित करता है, मैं इससे प्रभावित हुई हूं, इस राशि से मुझे आगे और अध्ययन करने में मदद मिलेगी. याद रहे कि एनी ने अपने लेखन के दौरान उपन्यास और काव्य दोनों लिखे हैं. इनके निबंधों के संग्रह को 2010 में क्रॉसवर्ड बुक अवार्ड से नवाजा गया था. 'लव स्टोरीज 1-14' के संकलन को 2012 में सम्मानित किया गया. एनी जैदी को जिस निबंध के लिए यह पुरस्कार मिला, उसका नाम 'ब्रेड, सीमेंट, कैकटस' था. अब इसे पुस्तक के रूप में मई 2020 तक कैंब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस द्वारा प्रकाशित किया जाएगा. इस पुस्तक में भारत में मृत्यु के पीछे की राजनीति और अर्थव्यवस्था, जाति संघर्ष, विवाह के धार्मिक पहलुओं और भारत विभाजन के सांस्कृतिक और भावनात्मक पहलुओं को छुआ गया है. विजेता के रूप में जैदी को कुछ समय  कैंब्रिज विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर रिसर्च इन आर्ट्स, सोशल साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज में बिताने का मौका भी मिलेगा.