भावुकता अंगूर लता से

 खींच कल्पना की हाला,
कवि साक़ी बनकर आया है 
भरकर कविता का प्याला ;           
कभी ना कण-भर ख़ाली होगा            
लाख पिएँ, दो लाख पिएँ !
पाठक गण हैं पीने वाले,
पुस्तक मेरी मधुशाला
हरिवंश राय बच्चन. 


अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की पुण्यतिथि पर बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर उन्हें यों याद किया. वे अकसर उन्हें याद करते हैं. उनकी उन्नीसवीं पुण्यतिथि पर एक जगह उन्होंने लिखा, “आधी रात बीत चुकी है और अगले दिन तक… और बाबूजी की याद… उनकी 'पुण्य तिथि'… पुण्यतिथि पर उनके असाधारण जीवन के पूरा होने का क्षण… और हमने साहित्य की दुनिया में उनके योगदान के बारे में एक बाल भी नहीं छुआ है … और न ही ऐसा करने का प्रयास किया गया है … लेकिन कुछ ऐसे हैं जो महत्त्व देते हैं और अपनी इच्छाओं को प्रदर्शित करते हैं… पोलैंड में व्रोकला शहर की तरह, जहां उनकी लघु प्रतिमा सड़क को सुशोभित करती है.”  
इससे पहले भी 'कौन बनेगा करोड़पति' के मंच पर भी अमिताभ ने अपने पिता को याद किया था. उन्होंने कहा, 'जब मेरे बाबूजी हरिवंश राय बच्चन जी की तबीयत खराब हुई थी तो उस दौरान घर पर ही पूरा सेट अप किया गया था' उनका ध्यान रखने के लिए हमने चौबीस घंटे के लिए एक नर्स रखी थी. जो हमेशा मेरे पिता की सेवा करती थी. वो उनसे इतनी ज्यादा अटैच हो गई थीं कि जब उनके पिता का निधन हुआ तो वो बहुत भावुक हो गईं. पिता के जाने के बाद हमारी माता जी की तबीयत बिगड़ी तो हमने उन्हीं से  देखरेख करने के लिए कहा, लेकिन इसके लिए उन्होंने मना कर दिया.
याद रहे कि अमिताभ बच्चन खास अवसरों पर अपने माता-पिता को याद करना नहीं भूलते हैं  उधर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर हरिवंश राय बच्चन को याद किया. मुख्यमंत्री ने ट्वीट के जरिए लिखा-

चल मरदाने, सीना ताने,
हाथ हिलाते, पांव बढ़ाते,
मन मुस्काते, गाते गीत.

जग के पथ पर जो न रुकेगा,
जो न झुकेगा, जो न मुड़ेगा,
उसका जीवन, उसकी जीत.