भागलपुरः भोजपुरी के शेक्सपीयर और भारतेंदु करार दिए जाने वाले भिखारी ठाकुर अपनी पुण्यतिथि पर राज्य के गंवई अंचल में खूब याद किए गए.  भाग्लपुर की साहित्य सफर संस्था ने प्रगति शिक्षण संस्थान मंदरोजा में इस महान नाटककार की 48वीं पुण्य तिथि मनार्इ. इस अवसर पर राज्य की कला, संस्कृति, बोली और साहित्य में भिखारी ठाकुर के योगदान को याद किया गया. समारोह की अध्यक्षता साहित्यकार केदार शर्मा ने की. भिखारी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण कर संस्था के संस्थापक जगतराम साह कर्णपुरी ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में नरेश ठाकुर निराला मौजूद थे. समारोह में विष्णु मंडल विकल, बनारसी चन्द्र राय, जयनंदन मंडल, मुरलीधर वियोगी आदि की सक्रिय मौजूदगी रही. जिले के कई साहित्यकार, कवि और साहित्यप्रेमियों ने पुष्प अर्पित करने के साथ ही भिखारी ठाकुर की रचनाओं का जिक्र कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी.
इसी तरह चरपोखरी में भी बाल युवा क्लब के द्वारा भोजपुरी के महानायक, लोक संगीतकार, नाट्य निर्देशक भिखारी ठाकुर की पुण्यतिथि मनायी गयी. इस मौके पर उनके चित्र पर माल्यापर्ण कर उन्हें श्रद्धांजलि देने के साथ उनके योगदान पर चर्चा हुई. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता इलाके के रॉकस्टार आकाश ने की. आकाश ने कहा भोजपुरी के शेक्सपीयर कहे जानेवाले भिखारी ठाकुर का जन्म बिहार के सारण जिले के कुतुबपुर दिवरा गांव में हुआ. भोजपुरी संस्कृति के मसीहा ने बिदेसिया, भाई विरोध, कलयुग प्रेम, ननद भोजाई, राधे श्याम बहार आदि प्रमुख कृतियों से भोजपुरी को समृद्ध किया. अन्य वक्ताओं ने भी भिखारी ठाकुर के जीवन पर प्रकाश डाला. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि भिखारी ठाकुर के बताए रास्तों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. इस मौके पर सत्यनारायण यादव, जितेंद्र कुमार अधिवक्ता, प्रवीण कुमार, अजीत बड़े, विकास गुप्ता, अमृतेश कुमार, अभिषेक शर्मा, मनु तिवारी सहित अन्य लोग थे.