नई दिल्ली: साहित्य अकादमी भी नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में रोज न रोज कोई न कोई कार्यक्रम अवश्य करता है. हाल सं. 7 के बाल मंडप पर ‘बाल साहिती’ का आयोजन इन्हीं में से एक था, जिसकी अध्यक्षता प्रख्यात बाल रचनाकार मधु पंत ने की. कार्यक्रम में रजनीकांत शुक्ल, राजेश जैन एवं श्याम सुशील ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं. रजनीकांत शुक्ल ने बच्चों को सफाई के महत्त्व के बारे में एक बाल नाटिका एवं कुछ कविताएं सुनाईं. श्याम सुशील ने बच्चों को छोटी-छोटी रोचक कविताएं सुनाईं जो सरल और सुबोध थी साथ ही बच्चों को विभिन्न गुणों के बारे में जानकारी देने वाली भी थीं. राजेश जैन ने बच्चों को ‘नैनों जादूगर’ से एक बाल कथा सुनाई जिसे बच्चों ने बेहद पंसद किया. अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता मधु पंत ने बच्चों को सामाजिक समरसता का संदेश देती हुई कई कविताएं सुनाई जिन्हें बच्चों ने उनके साथ दोहराया भी. कार्यक्रम का संचालन साहित्य अकादमी के संपादक अनुपम तिवारी ने किया और सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया.
अकादमी के ही एक अन्य कार्यक्रम ‘पूर्वात्तरी’ में असमिया के कमल कुमार तांती, बोडो की माइजली रानी ब्रह्म, लद्दाखी की सेरिङ छोरोल, मणिपुरी की पी. लिङ्थोइंगांबी चानू एवं न्यीशी के जोराम यालाम नाबाम ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं. हिमालय क्षेत्र की विभिन्न भाषाओं के रचनाकारों की रचनाएं दर्शकों के दिलों में भाषा की समझ न होने के बावजूद प्रभाव छोड़ने में कामयाब रहीं. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात कश्मीरी लेखक रफ़ीक मसूदी ने कीं.