नई दिल्लीः कोविड की तीसरी लहर के बीच स्वामी विवेकानंद की जयंती देश में अलग-अलग तरीके से मनाई गई. बांदा में राष्ट्रीय युवा दिवस पर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए वक्ताओं ने उनके उपदेशों और संघर्ष भरे जीवन को याद किया. यही नहीं इस अवसर पर विधानसभा चुनाव 2022 में मतदाता जागरूकता विषय पर संगोष्ठी व लोकगीत प्रतियोगिता का कार्यक्रम भी हुआ. संगोष्ठी की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ दीपाली गुप्ता ने की. डॉ सबीहा रहमानी ने विषय प्रवर्तन करते हुए लोकतंत्र में मतदान के महत्त्व और भारत के गौरव और युवाओं की प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला. प्राचार्य डॉ दीपाली गुप्ता ने कहा कि इस बार पहले मतदान फिर सब काम, को पूरा करना है. हमें स्वामी विवेकानंद की शिक्षा का पालन करना होगा. प्रो जय कुमार चौरसिया ने कहा कि स्वामी विवेकानंद हमारे देश के गौरव हैं. सुषमा तिवारी, रमेशचंद, शशांक सिंह, शोभित, लोकेंद्र आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय थी. महाविद्यालय की छात्रा कुमारी कौसर और शिवानी गुप्ता ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए .
शहर मुख्यालय स्थित एक संगीत महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद की जयंती कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर रामेश्वर प्रसाद यादव ने किया. मंच पर से मनोज कुमार ने 'नई सुबह है नई किरण है नव प्रभात नव गीत लिए….गीत गाया. चंद्रप्रकाश व्यथित ने देश के बालक तुम्ही देश की तकदीर हो.. गीत की लाइन पढ़ी, तो शिवप्रकाश ने युवा कौन है? के सवाल से अपनी बात शुरू की. प्रकाश सक्सेना ने 'अभाव में जो पलते हैं कदम बढ़ाते वे कुमार्ग में मर्यादा छलते हैं…सुनाया. संचालन दीनदयाल सोनी ने किया, तो धनंजय सिंह ने आभार व्यक्त किया. सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज शास्त्री नगर में भी स्वामी विवेकानंद जयंती युवा दिवस के रूप में मनाई गई. प्रधानाचार्य अतुल कुमार वाजपेई व वरिष्ठ आचार्य मनोज दीक्षित के द्वारा मां सरस्वती के चित्र एवं स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर पुष्पार्चन एवं माल्यार्पण किया गया. वक्ताओं में हिंदी प्रवक्ता अजय कुमार अवस्थी, श्याम किशोर दीक्षित, पुस्तकालय प्रमुख विष्णु दत्त द्विवेदी आदि शामिल थे. उधर पिथौरागढ़ में स्वामी विवेकानंद जयंती पर लोगों ने टीआरसी प्रबंधक दिनेश गुरुरानी की पहल 'एक पौधा धरती मां के नाम' से जुड़ते हुए लंदन फोर्ट में पौधरोपण किया. लोगों ने कहा स्वामी विवेकानंद का जीवन अध्यात्म को समर्पित रहा है. सभी ने उनके आदर्शों पर चलने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया. इस मौके पर जुगल किशोर पांडे, ललित शौर्य, वेद प्रकाश भट्ट, राजेंद्र रावल, पवन कुमार, लक्ष्मण कुमार, नरेंद्र थापा सहित कई केएमवीएन कर्मी शामिल रहे.