बस्तीः स्थानीय प्रेस क्लब में सात दिवसीय पुस्तक मेले में छात्र-छात्राओं और युवा पीढ़ी का उत्साह यह बताने के लिए पर्याप्त है कि मोबाइल व इंटरनेट ने चाहे जितना क्रेज बनाया हो, पर अच्छी किताबों के प्रति आकर्षण अब भी बरकरार है. इस मेले का उद्घाटन राज्यसभा टीवी से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह ने किया था. रतनसेन डिग्री कालेज बाँसी के पूर्व अध्यक्ष मंगेश दूबे ने कहा पुस्तकें एक विद्यार्थी की ही नहीं अपितु हर इनसान का सच्चा साथी एवं पथ प्रदर्शक होती हैं. पुस्तक जीने के सही मायने सिखाती हैं. दिव्यांगता पुनर्वास विशेषज्ञ अमरेश चंद्रा ने कहा कि डिजिटल क्रांति और सोशल मीडिया ने पुस्तकों से दूरियां बढ़ा दी है. इससे नई विकलांगता सामने आ रही है. डिजिटल क्रांति से बच्चों के आंखों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. हम अपने बच्चों को पुस्तकों से जोड़ने की पहल करें. आयोजन समिति के बृहस्पति पाण्डेय ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई व ज्ञान में रूचि बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार की पुस्तकें खासा प्रभाव रखती हैं. छात्रों को अपने शैक्षणिक काल के बाद भी पुस्तकों का साथ नही छोड़ना चाहिए. बस्ती पुस्तक मेले में विषय से जुड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की पुस्तकें पाकर बच्चे खुशी से फूले नहीं समा रहे थे. मयंक श्रीवास्तव ने कहा की बच्चों के मानसिक विकास के लिए पुस्तकें बहुत जरुरी हैं.

आयोजक पंकज त्रिपाठी ने कहा की आज के डिजिटल युग में भी पुस्तक की महत्ता कम नहीं हुई है उसका स्वरूप बदला है. स्थानीय विद्यालयों के बच्चों ने पुस्तक मेले का भ्रमण कर वहाँ स्थित बुक स्टॉल में मौजूद पुस्तकों को खरीदकर अपने पुस्तक प्रेम को जाहिर किया. बच्चों के साथ आये अध्यापकों का कहना था कि कॉलेजों के इस एजुकेशन ट्रिप का उद्देश्य बच्चों में पुस्तकों के प्रति खोई रूचि को बढ़ाना है. मेले में उन्हें कई अच्छी पुस्तकें देखने को मिलीं. शिक्षकों की देखरेख में उन्होंने पुस्तकों का विश्लेषण भी किया. डॉ नवीन सिंह ने पुस्तकों का चिकित्साशास्त्र में महत्त्व पर प्रकाश डाला. आशुतोष मिश्र ने करियर में पुस्तकों के महत्त्व पर जानकारी दी. राम मूर्ति मिश्र ने चरित्र निर्माण में पुस्तकों के अध्ययन-अध्यापन किये जाने पर जोर दिया. पुस्तक मेले का भ्रमण करने वाले विद्यालयों में ग्रीन वैली स्कूल, उर्मिला एजूकेशन एकेडमी, डॉन वास्को स्कूल के बच्चे शामिल रहे इस अवसर पर अनुराग शुक्ल, डॉ अजीत सिंह , प्रदीप. किशन, अमूल्य रत्न शुक्ल, जया, अर्चना, विनय शुक्ल , राजेश मिश्र, तन्मय पाण्डेय, शशांक शुक्ल, जितेंद्र कौशल सिंह, अभिनव चतुर्वेदी, उपस्थित रहे.