नई दिल्लीः प्रेमचंदकालीन साहित्यकार बनारसी प्रसाद भोजपुरी की स्मृति में साल 1989 में शुरू किए गए 'बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान' की घोषणा कर दी गई है. ये सम्मान इस साल 28 जून को दिल्ली के साहित्य अकादमी सभागार में दिए जाएंगे. सम्मान समारोह के दौरान बनारसी प्रसाद भोजपुरी रचनावली का लोकार्पण भी किया जाएगा. कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ आलोचक डॉ. विश्वनाथ त्रिपाठी करेंगे. किसी एक विधा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले रचनाकारों को सम्मान देने की यह प्रक्रिया वर्ष 2012 से स्थगित थी. इस साल पिछले कई सालों के पुरस्कार एक साथ दिए जाएंगे. संयोजक अरविंद कुमार ने बताया कि 2012 के लिए यह सम्मान हिंदी कविता की प्रमुख हस्ताक्षर अनामिका को, 2013 के लिए प्रसिद्ध कथाकार रणेन्द्र को, 2014 के लिए प्रमुख कवि रंजीत वर्मा को दिया जाएगा. 2016 के लिए कवि संजय कुंदन को और 2017 के लिए पंकज मित्र को दिया जाएगा. इस सम्मान की चयन समिति में आलोचक डॉ. खगेन्द्र ठाकुर, डॉ. रविभूषण, कथाकार संजीव और कवि मदन कश्यप शामिल हैं. इस सम्मान का उद्देश्य बिहार की संभावनाशील तथा महत्त्वपूर्ण रचनाशीलता को सम्मानित करना है. सम्मान के साथ-साथ चयनित व्यक्ति को पांच हजार एक रुपए की राशि और प्रतीक चिह्न भी दिया जाता है. अब तक इस सम्मान से रामधारी सिंह दिवाकर, अनिल चमड़िया, दिनेश कुशवाह वेद प्रकाश वाजपेयी, मदन कश्यप, ज्ञानेन्द्रपति, बद्रीनारायण, अनिता वर्मा आदि को सम्मानित किया जा चुका है.